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पूरी दुनिया दहली – इज़रायल ने पहली बार क़तर पर बरसाए मिसाइलें! अंतरराष्ट्रीय गुस्सा फूटा!

दोहा/यरूशलम/ग़ज़ा, 9 सितंबर 2025 (BAZ मीडिया नेटवर्क)।
मध्य पूर्व में तनाव एक नए और बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुँच गया है। मंगलवार को इज़रायल ने क़तर की राजधानी दोहा पर मिसाइल हमले किए और दावा किया कि यह कार्रवाई हमास के वरिष्ठ नेताओं और संघर्षविराम वार्ताकारों को निशाना बनाने के लिए की गई थी।

दोहा में धमाकों से दहशत

स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजे के करीब दोहा के वेस्ट बे लगून क्षेत्र में कई धमाके हुए। यह इलाका विदेशी दूतावासों, स्कूलों और आवासीय परिसरों से घिरा हुआ है। धमाकों के बाद आसमान में काला धुआँ छा गया और पूरे शहर में अफ़रा-तफ़री मच गई। अल जज़ीरा दफ़्तर समेत कई हिस्सों में धमाकों की आवाज़ सुनी गई।

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इज़रायल की पुष्टि

शाम 4 बजे के आसपास इज़रायल सेना ने पुष्टि की कि उसने दोहा में हमास के राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाते हुए मिसाइल दागे। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ़्तर से जारी बयान में कहा गया कि यह “पूरी तरह स्वतंत्र और इज़रायल द्वारा संचालित” सैन्य अभियान था।

नेतन्याहू और रक्षामंत्री इज़रायल कैट्ज़ ने इस हमले को सही ठहराते हुए कहा कि यह कार्रवाई यरूशलम में सोमवार को हुए हमले के जवाब में की गई है, जिसमें छह इज़रायली मारे गए थे।

हमास का बयान

हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य सुहैल अल-हिंदी ने पुष्टि की कि हमला हमास की वार्ता टीम को निशाना बनाकर किया गया था। इस समय हमास के नेता अमेरिका द्वारा पेश किए गए नवीनतम युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे।

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हालाँकि वरिष्ठ नेता ख़ालिद मशअल और ख़लील अल-हय्या सुरक्षित बताए गए, लेकिन अल-हय्या के बेटे हुमाम और उनके एक करीबी सहयोगी मारे गए है। साथ ही तीन बॉडीगार्ड्स से संपर्क टूट गया है। कुल मिलाकर छह लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, जिनमें एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी भी शामिल है।

क़तर की तीखी प्रतिक्रिया

क़तर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इस हमले को “अंतरराष्ट्रीय कानून और संप्रभुता का घोर उल्लंघन” बताया। प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने कहा कि यह हमला क़तर की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के साथ खिलवाड़ है और सरकार उच्च स्तर पर इसकी जाँच कर रही है।

क़तर के गृहमंत्रालय ने पुष्टि की कि स्थिति नियंत्रण में है और नागरिकों को केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लेने की अपील की। क़तर एयरवेज ने भी बयान जारी कर कहा कि उड़ानों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक निंदा हुई है:

  • सऊदी अरब ने इसे “निर्दयी इज़रायली आक्रामकता” करार दिया और “भारी परिणामों” की चेतावनी दी।
  • तुर्की ने कहा कि यह हमला दिखाता है कि इज़रायल शांति नहीं बल्कि युद्ध को जारी रखना चाहता है।
  • संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने इसे “कायराना और खुला हमला” बताया।
  • ईरान, पाकिस्तान, मिस्र, जॉर्डन, कुवैत, सीरिया, इराक, लेबनान, अल्जीरिया, मोरक्को और मालदीव समेत कई देशों ने हमले की आलोचना की।
  • संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इसे “क़तर की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का खुला उल्लंघन” कहा।
  • फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने लिखा कि “यह हमला किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। युद्ध को किसी भी कीमत पर क्षेत्र में फैलने से रोकना होगा।”
  • ब्रिटेन ने हिंसा में और वृद्धि के ख़िलाफ़ चेतावनी दी और कहा कि उसे इस हमले की पूर्व जानकारी नहीं थी।

पृष्ठभूमि

यह पहली बार है जब इज़रायल ने क़तर पर हमला किया है। क़तर पिछले दो वर्षों से इज़रायल, अमेरिका और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता का मुख्य मध्यस्थ रहा है। ग़ज़ा में अक्टूबर 2023 से अब तक इज़रायली हमलों में 64,600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

दोहा पर हमला न केवल मध्य पूर्व बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। यह घटना सीधे तौर पर वार्ता प्रक्रिया और शांति प्रयासों पर हमला मानी जा रही है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि क़तर और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस अभूतपूर्व आक्रामकता पर किस तरह की रणनीति अपनाते हैं।

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