
जबलपुर, 10 मई 2025 । भारत-पाक तनावपूर्ण हालातों के मद्देनज़र सुरक्षा दृष्टि से जबलपुर को विशेष रूप से सतर्क किया गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर जबलपुर प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कदम के रूप में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे नागरिकों की मदद के लिए कार्यरत रहेगा।
जबलपुर न केवल मध्य प्रदेश बल्कि देश के लिए एक सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है। यहां कई आयुध निर्माणियां, रेजिमेंट मुख्यालय और केन्ट क्षेत्र स्थित हैं, जो इसे सैन्य दृष्टि से संवेदनशील बनाते हैं। ऐसी स्थिति में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है।

अवकाश पर सख्ती से रोक
जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि नागरिक सुविधाओं से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं फील्ड स्टाफ आगामी आदेश तक अवकाश नहीं ले सकेंगे। पुलिस बल और प्रशासनिक अमले की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं। केवल विशेष परिस्थितियों में कलेक्टर की अनुमति से ही अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।

महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ी
राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी प्रमुख प्रतिष्ठानों जैसे सरकारी इमारतों, स्वास्थ्य केंद्रों, आयुध फैक्ट्रियों और अन्य संवेदनशील ठिकानों की सुरक्षा चाक-चौबंद की जाए। स्वास्थ्य, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन से जुड़ी सेवाओं को सतर्क मोड पर रखा गया है और सभी विभागों को आपसी समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
अफवाहों पर सख्ती और सघन चेकिंग
पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अफवाहों पर लगाम कसें और छोटी से छोटी सूचना पर तत्परता से कार्रवाई करें। शहर में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और पुलिस को हर समय अलर्ट रहने को कहा गया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी सुरक्षा गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने पर बल दिया गया है।
कंट्रोल रूम का नंबर जारी
आपात स्थिति से निपटने और नागरिकों की मदद के लिए जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम की स्थापना की है। नागरिक किसी भी संकट की स्थिति में कंट्रोल रूम के लैंडलाइन नंबर 0761-2623925 पर संपर्क कर सकते हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता बरत रहा है और नागरिकों से भी सहयोग की अपील की गई है।