
जबलपुर, 01 मार्च 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक वन नेशन, वन इलेक्शन (एक देश, एक चुनाव) पर चर्चा के लिए जबलपुर के मौलाना अबुल कलाम आज़ाद वार्ड के चांदनी चौक में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वन नेशन, वन इलेक्शन स्टेट वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शरद अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
एक साथ चुनाव कराने के फायदे गिनाए
संगोष्ठी में बोलते हुए शरद अग्रवाल ने बताया कि स्वतंत्रता के शुरुआती वर्षों में भारत में एक साथ चुनाव कराए जाते थे, लेकिन बाद में यह व्यवस्था बदल गई। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि फिर से देशभर में एक साथ चुनाव कराए जाएँ, तो इससे प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू होगी, समय की बचत होगी और बार-बार आचार संहिता लागू होने से विकास कार्यों में आने वाली रुकावटों से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा, अलग-अलग समय पर चुनाव कराने में जो धन खर्च होता है, उसकी भी बचत होगी। उन्होंने इस प्रणाली को देश की वर्तमान ज़रूरत बताया और इसे जल्द लागू करने की वकालत की।
अंसार समाज के प्रमुखों ने भी रखा विचार
संगोष्ठी में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद डॉ. रिज़वान अंसारी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में वन नेशन, वन इलेक्शन के महत्व पर प्रकाश डाला और इसे लोकतंत्र को मज़बूत करने वाली व्यवस्था बताया। कार्यक्रम में अंसार समाज के वरिष्ठ सदस्यों एवं सरदारों ने भी अपने विचार साझा किए और महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
संगोष्ठी की अध्यक्षता अंसार समाज के अध्यक्ष हाजी हकीम बाबा साहब ने की, जबकि संचालन सरताज मंज़िल ने किया। इस दौरान कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें डॉ. शकील अंसारी, हाजी अयाज़ अंसारी, गनी अंसारी, हाजी छिद्दी चाचा, अखिलेश दीक्षित, अनवर हफीज, वसीम भाईजान, एडवोकेट नसीम अंसारी, एडवोकेट शाहिद अंसारी, वसीम अंसारी (उपाध्यक्ष, अंसार समाज मरकज़ी पंचायत), सचिव अयाज़ अंसारी, सह सचिव किबरिया अंसारी, शमीम अंसारी, जिलानी भाईजान आदि शामिल थे।
इसके अलावा, क्षेत्रीय जन, सेवा निवृत्त अधिकारी एवं कर्मचारी भी इस संगोष्ठी में बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने वन नेशन, वन इलेक्शन को एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए इसके प्रति अपनी सहमति व्यक्त की।
क्या है “वन नेशन, वन इलेक्शन”?
वन नेशन, वन इलेक्शन यानी पूरे देश में लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की प्रणाली। इससे चुनावी खर्च में कटौती होगी, बार-बार चुनाव की वजह से विकास कार्यों पर लगने वाली आचार संहिता की रोक खत्म होगी और प्रशासनिक तंत्र अधिक प्रभावी तरीके से कार्य कर सकेगा।
देशव्यापी चर्चा का विषय
भारत में यह मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कई बार इसके समर्थन में अपनी राय रख चुके हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने इस विषय पर एक उच्चस्तरीय समिति का गठन भी किया है, जो इस प्रस्ताव की व्यवहारिकता पर अध्ययन कर रही है।