हजरत सुब्हानअल्लाह शाह के दो दिवसीय उर्स का सफल समापन, हजारों की तादाद में शामिल हुए अकीदंतमदं….
हजरत किब्ला हाजी मोहम्मद सुब्हान अल्लाह शाह के 88 वें सालाना उर्स का आगाज दो दिवसीय उर्स कार्यक्रम के साथ 11 अप्रैल बरोज जुमा से हुआ जहां दो दिवसीय उर्स कार्यक्रम में यूपी, बिहार, महाराष्ट्र समेत दीगर सूबों से हजारों की तादाद में आपके मुरीदीन व अकीदंतमदो ने मदारे अक्दस पर हाजिरी पेश की। यह उर्स 11 अप्रैल व 12 अप्रैल तक सुब्हान बाग सुब्बाशाह मैदान टैगोर वार्ड मे आयोजित हुआ जहां हजारो की तादाद में लोगों ने शिरकत की और हजरत के फैज से दस्तयाब हुए।
जहां उर्स के पहले दिन बाद नमाज ए जुमा दोपहर लगभग 3 बजे चॉंदनी चौक सें संदल शरीफ का जुलूस निकला जो की इलाके के मंडी मदार टेकरी कब्रस्तान, पचकुईंया होते हुए हजरत की मदारे अक्दस पर पहॅुंचा। जहां चादर व गुलपोशी की रस्म अदा की गई वही इसके बाद अब रात में 10 बजें से महफिले शमा का अगाज हुआ जिसमें मुकामी कव्वाल नें अपने सूफियाना कलाम पेंश किए।
जिसके बाद 12 अप्रैल यानी दूसरे दिन के प्रोग्राम कें आगाज में चादर जुलूस निकला गया जो की दोपहर 3 बजें बमुकाम चॉंदनी चौक से शुरु होकर अपने परंपरागत रुट हनुमानताल, मिलौनीगंज, मछली मार्के, नालबंद मोहल्ले, चार खंम्बा, बहोराबाग, ठक्करग्राम से होते हुए हजरत की मजारे अक्दस पर पहुचां जिसके बाद चादर पेश कर गुलपोशी की रस्म अदा की गई।
वही हर बार की तरह इस बार भी रात के वक्त महफिले समा का आगाज हुआ। जिसमें इस बार हिन्दुस्तान के मशहूर कव्वाल शब्बीर सदाकत साबरी(चित्तोगढ़ राजस्थान) अपने सूफियाना कलाम पेश कर महफिलें समा बांधा। कव्वाली का यह प्रोग्राम देर रात तक चला जिसके बाद आखिर में 13 अप्रैल की सुबह बाद नमाज ए फजर कुल शरीफ के बाद तकसीमें लंगर के साथ उर्स का समापन किया गया।
उर्स के इस मौके पर दरगाह प्रबंधन ने हजारों की तादाद में आए अकीदंतमंदों व कार्यक्रम के सफल समापन में सहयोग हेतु जिला प्रशासन का शुक्रिया अदा किया।