भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी, कहा सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें ईरान-इजराइल यात्रा से परहेज करें

इजरायल को मिली ईरानी धमकी के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप है। बनते बिगड़ते हालात के बीच भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिये एडवायजरी जारी की है।
संभावनाएं कम हैं कि ईरान इजरायल के बीच जंग हो। क्योंकि इजरायल भी पहले से दो मोर्चों पर जंग लड़ रहा है। ईरान जानता है कि इजरायल पर सीधा हमला अमेरिका और यूरोप से सीधी जंग का ऐलान है। जानकार मानते हैं कि ईरान कि आर्थिक स्थिति उसे सीधी जंग में उतरने से रोकेगी।
लेकिन बीते दिनों इजराइल-हमास युद्ध के बीच ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजराइल हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। ईरानी दूतावास उड़ाकर इजरायल ने सीधे तौर पर ईरानी आत्मसम्मान को चुनौती दी है। अब ईरान इसका सीधा जवाब ने या दूसरे रास्ते अपनाए, लेकिन जवाब देना उसका भी प्रतिष्ठिा विषय है।
यदि ईरान सीधे पर जंग में गया, तो नेटो फोर्सेज का जंग में उतरना तय है। बढ़ते तनाव के बीच दुनिया भर के देशा में चिंता बढ़ रही है।
विगत दिनों जहां अपने ने अपने नागरिकों को इजरायल न जाने की एडवायजरी जारी की है। वहीं अब भारत ने भी अपने नागरिकों को ईरान और इजरायल न जाने की आधिकारिक एडवायजरी जारी कर दी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान और इजराइल में रहने वाले भारतीयों को सलाह दी जाती है कि अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क रहें और अपनी गतिविधियां भी कम से कम रखें। विदेश मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि अगले नोटिस तक ईरान या इजराइल की यात्रा करने से परहेज करें क्योंकि हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान जल्द ही इजरायल पर हमला कर सकता है। बता दें कि सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजराइल हमले के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। इसी तनाव को देखते हुए जो बाइडेन का यह बयान दिया था। ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हमले की इजराइल ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका इजरायल की रक्षा के लिए उसके साथ खड़ा है। जैसा कि लेबनानी समूह हिजबुल्लाह द्वारा शुक्रवार को इजरायली तोपखाने पर दर्जनों रॉकेट दागे थे। जिसके बाद अमेरिका ने पश्चिम एशिया में अतिरिक्त रक्षा संपत्ति स्थानांतरित करने से प्रमाणित हुआ था।