
जबलपुर सहित पूरे महाकौशल क्षेत्र में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं। हर दिन आसमान की ओर नजरें टिकाए लोग बारिश की एक बूंद को तरस रहे हैं, लेकिन अब तक प्री-मानसूनी सिस्टम बनने के कोई पुख्ता संकेत नहीं मिल पाए हैं। मौसम विभाग की मानें तो 15 जून के बाद ही प्रदेश में प्री-मानसूनी गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद है, और 20 जून तक सिस्टम सक्रिय हो सकता है।
बारिश की उम्मीद, पर इंतजार लंबा
मौसम विज्ञान केंद्र जबलपुर के अनुसार वर्तमान में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। दक्षिणी हवाओं के असर से उमस तो बढ़ी है, लेकिन बादल या बरसात की संभावना नहीं बनी। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का जो क्षेत्र बन रहा है, वह उड़ीसा होते हुए मध्यप्रदेश की ओर आ सकता है – जिससे मानसून को गति मिलेगी।
तापमान का तांडव – दिन-रात दोनों बेहाल
गुरुवार को जबलपुर का अधिकतम तापमान 40.07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 28.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से ऊपर है। यह लगातार चौथा दिन है जब दिन का पारा 40 डिग्री के पार गया। उमस और तेज धूप के चलते लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं।
नमी और हवाओं का हाल
सुबह के समय हवा में नमी 49 प्रतिशत और शाम को मात्र 27 प्रतिशत दर्ज की गई, जिससे उमस के साथ चिपचिपाहट भी महसूस की जा रही है। उत्तर-पूर्वी दिशा से चल रही हवाएं 5 से 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही हैं, लेकिन ये भी गर्म हवा का ही अहसास दे रही हैं।
प्रदेश के हालात और तुलना
पिछले वर्ष की तुलना में भी इस बार गर्मी कुछ ज्यादा ही तेज है। 12 जून 2024 को जबलपुर का अधिकतम तापमान 41.04 डिग्री और न्यूनतम 29.07 डिग्री दर्ज किया गया था। इस वर्ष तापमान थोड़ा कम होने के बावजूद उमस अधिक है, जिससे तकलीफें बढ़ गई हैं।