Advertisement
JabalpurNews

मध्य प्रदेश की स्मार्ट मीटर परियोजना पर सवाल: कांग्रेस ने विदेशी कंपनी ‘अल्फानार’ की भागीदारी को बताया सुरक्षा खतरा

जबलपुर, 11 अगस्त 2025 (Baz News Network)। मध्य प्रदेश में चल रही स्मार्ट मीटर परियोजना में विदेशी कंपनी ‘अल्फानार’ की भागीदारी को लेकर शहर जिला कांग्रेस कमेटी, जबलपुर ने गंभीर सुरक्षा सवाल उठाए हैं। सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने अधीक्षण अभियंता (सिटी सर्किल) को मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि यह मामला केवल बिजली आपूर्ति का नहीं, बल्कि राज्य और राष्ट्र की सुरक्षा से सीधे जुड़ा हुआ है।


“बिजली व्यवस्था देश की धड़कन” — सौरभ नाटी शर्मा

शहर कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने कहा कि बिजली सिर्फ बल्ब और पंखे चलाने का साधन नहीं है, बल्कि यह अस्पतालों की जीवन रक्षक मशीनों, उद्योगों के उत्पादन, संचार नेटवर्क और रक्षा प्रतिष्ठानों की धड़कन है।

Baz Media WhatsApp Group Join Now
विज्ञापन

“यदि इस तंत्र में सेंध लगी, तो पूरे राज्य की नब्ज थम सकती है,”
उन्होंने चेतावनी दी कि दुनिया के कई देश पहले ही साइबर हमलों से बिजली ग्रिड ठप होने का सामना कर चुके हैं और भारत भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान इस खतरे से गुजर चुका है।


अल्फानार पर राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि ‘अल्फानार’ कंपनी, जिसमें पाकिस्तानी मूल के अधिकारियों की हिस्सेदारी है और जिसे तुर्की से आर्थिक सहयोग मिलता है, मध्य प्रदेश और पंजाब में स्मार्ट मीटर और मीटर डेटा प्रबंधन जैसी संवेदनशील परियोजनाओं पर काम कर रही है।
भारतीय स्मार्ट ग्रिड फोरम (ISGF) पहले ही इस बारे में चेतावनी दे चुका है। तुर्की का पाकिस्तान को खुला समर्थन इस मामले को और संदिग्ध बनाता है।


डेटा लीक का खतरा

स्मार्ट मीटर में सिर्फ बिजली खपत का डेटा ही नहीं होता, बल्कि उपभोक्ताओं की निजी जानकारी, ग्रिड संचालन की गोपनीय सूचनाएं और GPS लोकेशन डेटा भी दर्ज होता है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि—

विज्ञापन

“अगर यह डेटा गलत हाथों में चला गया, तो किसी भी नागरिक, संस्था या संवेदनशील प्रतिष्ठान का लोकेशन और बिजली आपूर्ति पर नियंत्रण विदेशी ताकतों के हाथों में जा सकता है। एक बटन दबाकर पूरा शहर अंधेरे में डुबोना संभव हो सकता है।”


ज्ञापन में प्रमुख मांगें

  1. ‘अल्फानार’ कंपनी का स्मार्ट मीटर परियोजना से ठेका तत्काल रद्द किया जाए।
  2. पूरे मामले की उच्च स्तरीय सुरक्षा जांच कराई जाए।
  3. भविष्य में इस तरह की संवेदनशील परियोजनाओं में विदेशी कंपनियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं।

इस मौके पर कांग्रेस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिनमें दिनेश यादव, अयोध्या प्रसाद तिवारी, अतुल बाजपेई, संतोष पंडा, मदन लारिया, गुड्डू तामसेतवार, गुड्डू नवी, जगतमणि चतुर्वेदी, डिक्की जॉन, चमन पासी, सतेन्द्र चौबे, आरिफ बेग, रामदास यादव, रविन्द्र कुशवाहा, अनुज श्रीवास्तव, राजकमल सोनी, विष्णु विनोदिया, रितेश बंटी गुप्ता, हुकुमचंद जैन, रवि रैकवार, कैलाश ठाकुर, संदीप जैन, सक्षम गिरी, गोस्वामी टीकाराम, कोस्टा रंभल विश्वकर्मा, सुरेंद्र यादव, अवधेश गुप्ता, रीतेश नोतनानी, रंजीत ठाकुर, विक्रम सिंह, अक्षय विनोदिया, भरत पटेल, इमरान हुसैन, राहुल कोरी, चंदन दुबे, जग्गू विश्वकर्मा, मनोज नामदेव, महेश मिलन, चंदन सोनकर, अखिलेश शर्मा, आलोक मसीहा, गोलू सेन, अतुल जोसफ मार्को, बाबा अशोक यादव और डब्बू मिश्रा शामिल रहे।

Jabalpur Baz

बाज़ मीडिया जबलपुर डेस्क 'जबलपुर बाज़' आपको जबलपुर से जुडी हर ज़रूरी खबर पहुँचाने के लिए समर्पित है.
Back to top button

You cannot copy content of this page