डकैतों की तलाश में यूपी-बिहार तक पहुंची जबलपुर पुलिस, मास्टरमाइंड रईस के परिजनों से पूछताछ

जबलपुर (BAZ News)। खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में 14 करोड़ रुपये के सोने और 5 लाख रुपये नकद की सनसनीखेज डकैती के चार दिन बाद भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है। अब पुलिस की जांच का दायरा मध्यप्रदेश से निकलकर उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं तक फैल चुका है।
जांच अधिकारियों का मानना है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी संभवतः उत्तर प्रदेश की ओर भाग गए। मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा रईस भी अभी फरार है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस उसके परिजनों को थाने बुलाकर लंबी पूछताछ कर रही है, ताकि उसके ठिकानों और संभावित संपर्कों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।
आठ टीमें दिन-रात खोजबीन में
डकैतों की गिरफ्तारी के लिए जबलपुर पुलिस की आठ विशेष टीमें लगातार छानबीन कर रही हैं। शुरुआत में एसपी सम्पत उपाध्याय ने आरोपियों पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसे आईजी प्रमोद वर्मा ने बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दिया है।

दिनदहाड़े हुई थी वारदात
गौरतलब है कि 11 अगस्त की सुबह करीब 9:15 बजे पांच नकाबपोश डकैत हथियारों के साथ बैंक में घुसे और महज कुछ मिनटों में 14 करोड़ का सोना और 5 लाख रुपये नकदी लूटकर फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत और सनसनी फैला दी।
तकनीक से सुराग तलाशने की कोशिश
वारदात के बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से खितौला और आसपास के क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सक्रिय रहे मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगालनी शुरू कर दी हैं। इसका उद्देश्य उस समय की संदिग्ध मोबाइल गतिविधियों को ट्रैक करना है।
इसके अलावा, पुलिस ने नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) को भी जांच में शामिल किया है। यह सिस्टम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा संचालित है और पहले भी कई मामलों में महत्वपूर्ण सफलता दिला चुका है। पुलिस को उम्मीद है कि फिंगरप्रिंट मिलान से आरोपियों की पहचान में जल्द सफलता मिलेगी।