माँओं की चीखें, बच्चों की लाशें… गाज़ा का ज़ैतून मोहल्ला खून और मलबे में तब्दील

गाज़ा सिटी के ज़ैतून मोहल्ले में इसरायली फोर्सेज़ ने सुबह भीषण बमबारी की, जिसमें कम से कम दो फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए। स्थानीय सूत्रों और अल-अहली अस्पताल के डॉक्टरों ने इस हमले की पुष्टि की।
हमले के दौरान महज़ 15 मिनट में पाँच इमारतें जमींदोज़ कर दी गईं। मोहल्ले के दक्षिणी हिस्से में लगातार तोपख़ाने की गोलाबारी और मकानों की तबाही की सूचना है।
इसी बीच, अल-रिमाल मोहल्ले में – जो गाज़ा सिटी का धड़कता दिल माना जाता है – एक टेंट को निशाना बनाया गया जिसमें बेघर लोग रह रहे थे। इस हमले में दो नागरिकों की मौत हुई।
“धमाके लगातार हो रहे हैं, ख़ासतौर पर ज़ैतून और सबरा इलाक़े में। क़ब्ज़ा करने वाली फ़ोर्स घरों को मिटा रही है। हम सिर्फ़ बमों की आवाज़ें सुन रहे हैं,”
— अहमद दाऊद, गाज़ा निवासी
लगातार चौथे दिन बर्बादी
ज़ैतून, जो गाज़ा सिटी का सबसे बड़ा मोहल्ला है, मंगलवार से लगातार हमलों की चपेट में है। गाज़ा सिविल डिफेंस के अनुसार, बीते कुछ दिनों में 300 से ज़्यादा घर पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं।
राहत टीमों को घायलों तक पहुँचने या शव निकालने से रोका जा रहा है, जिससे हालात और बदतर हो गए हैं।
“गाज़ा सिटी में तबाही का मंजर है। ऊँची-ऊँची इमारतें तबाह की जा रही हैं जबकि अंदर आम नागरिक मौजूद हैं,”
— महमूद बसल, प्रवक्ता, गाज़ा सिविल डिफेंस

गाज़ा सिटी खाली कराने की योजना
इसरायली सुरक्षा कैबिनेट ने हाल ही में गाज़ा सिटी पर क़ब्ज़ा करने और लाखों फ़लस्तीनियों को जबरन दक्षिणी इलाक़ों की ओर धकेलने की योजना मंज़ूर की है। संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने इस फ़ैसले की निंदा की है।
इसरायली सेना के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ एयाल ज़मीर ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में इस “ऑपरेशनल प्लान” पर दस्तख़त कर दिए हैं, जिसके तहत गाज़ा सिटी को घेरकर मोहल्लों और कैंपों पर ज़मीनी धावा बोला जाएगा।
ज़मीनी हमले की आहट
स्थानीय लोगों का कहना है कि टैंकों की आवाज़ें लगातार सुनाई दे रही हैं और रात भर गोलाबारी जारी है।
“हमारी रातें गोलियों, ड्रोन की आवाज़ और घरों को उड़ाने वाले धमाकों में कट रही हैं,”
— अहमद दाऊद
“दो दिन पहले हमने 10 से ज़्यादा F-16 जेट्स को मोहल्ले पर हमला करते देखा। धमाके इतने भयानक थे कि पूरा इलाक़ा हिल गया,”
— मरह अबू शबान, निवासी, शेख़ रिदवान
गाज़ा के पत्रकार मोहम्मद हनिया ने भी पुष्टि की कि इसरायली टैंक अब ज़ैतून मोहल्ले की ओर बढ़ रहे हैं।
“कहाँ जाएँ?” — बेघर फ़लस्तीनी
लगातार बमबारी से पहले से विस्थापित फ़लस्तीनी अब पूरी दुनिया से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
“हम कहाँ जाएँ? कोई जगह सुरक्षित नहीं बची,”
— बेघर गाज़ा निवासी
गाज़ा सिटी में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। राहत एजेंसियाँ चेतावनी दे रही हैं कि अगर हालात ऐसे ही रहे, तो मानवीय त्रासदी और गहरी होगी।