
रिपोर्ट: सैफ मंसूरी, बाज़ मीडिया, राजा चौक डिवीज़न
जबलपुर। नगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं ब्लॉक अध्यक्ष आज़म अली खान ने जबलपुर अल्पसंख्यक कांग्रेस के नगर अध्यक्ष की हालिया नियुक्ति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह पद अल्पसंख्यक समाज की उम्मीदों और आवाज से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां ऐसे संघर्षशील और अनुभवी नेता की आवश्यकता है, जो शासन-प्रशासन की आंखों में आंख डालकर समाज के मुद्दों को मजबूती से उठा सके।
आजम अली खान का कहना है कि कांग्रेस ने जिस लड़के को इस पद पर नियुक्त किया है, वह व्यक्तिगत रूप से अच्छा लड़का है, लेकिन समाज की वास्तविक लड़ाई लड़ने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह जिम्मेदारी सिर्फ “गुलदस्ता देने और साफा पहनाने तक” सीमित रखने वाले कार्यकर्ताओं को नहीं दी जानी चाहिए।
आजम अली खान ने एक पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी को लिखा है. जिसकी प्रति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजी गई है. पत्र में मांग की गई है की अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर हुई नियुक्त निरस्त की जाए. कांग्रेस नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद नये सिरे से अध्यक्ष का चयन किया जाए. अन्यथा जबलपुर मुस्लिम समाज के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सामुहिक इस्तीफे पर विचार करेंगे.
25-30 साल से जुड़े कार्यकर्ताओं की उपेक्षा…
वरिष्ठ नेता आजम अली खान ने कहा कि मुस्लिम समाज में ऐसे कई चेहरे हैं, जो पिछले 25 से 30 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं और लगातार समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। ऐसे नेताओं को दरकिनार कर एक ऐसे युवा को जिम्मेदारी देना, जिसके पास सिर्फ सम्मान समारोह में मंच संचालन का अनुभव है, अल्पसंख्यक समाज के साथ मजाक है।
उन्होंने कहा कि यदि पार्टी वास्तव में युवाओं को आगे लाना चाहती है, तो ऐसे युवाओं को मौका दिया जाए, जो उच्च शिक्षा प्राप्त हों और एनएसयूआई व युवक कांग्रेस जैसे संगठनों में सक्रिय भूमिका निभाते हुये उपर आए हों और आज मुख्यधारा की कांग्रेस में प्रथम पंक्ति में खड़े हों।
पुराने विवादों का भी जिक्र …

आजम खान ने यह भी आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति को जबलपुर अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, वह पहले कांग्रेस आईटी सेल एवं सोशल मीडिया विभाग में जिम्मेदारी संभालते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट कर चुका है। इस कारण तत्कालीन आईटी सेल प्रमुख अजय तिवारी ने उन्हें अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित किया था।
रायशुमारी के नाम पर सवाल …
वरिष्ठ नेता श्री खान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शुरू किए गए “संगठन सृजन अभियान” के तहत यह तय हुआ था कि जिम्मेदारों का चयन रायशुमारी और जमीनी कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद ही होगा। लेकिन जबलपुर अल्पसंख्यक कांग्रेस के नगर अध्यक्ष की नियुक्ति में किसी भी तरह की रायशुमारी नहीं की गई।

उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि 15, 25 और यहां तक कि 35 वर्षों से पार्टी के लिए समर्पित अल्पसंख्यक नेताओं को किनारे कर सीधे एक अनुभवहीन लड़के को यह अहम पद दे दिया गया है। यह न सिर्फ समाज के साथ अन्याय है बल्कि सैकड़ों समर्पित नेताओं का भी अपमान है।
असंतोष गहराने की आशंका
आजम अली खान के इन बयानों के बाद कांग्रेस के अंदर अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं में असंतोष गहराने की आशंका जताई जा रही है। पार्टी के लिए यह चुनौतीपूर्ण स्थिति बन सकती है, खासकर तब जब चुनावी माहौल नजदीक है और अल्पसंख्यक वर्ग का समर्थन निर्णायक साबित हो सकता है।