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दो दिवसीय उर्से शाहे जबलपुर कासिमे नेमत कल से शुरू — दरबार-ए-अज़ीम खानकाहे क़ासमिया में रौनकें सजने को तैयार

मर्कज़-ए-अहले-सुन्नत बरेली शरीफ़ से हज़रत मुफ़्ती अरसलान रज़ा क़ादरी साहब की होगी ख़ुसूसी आमद

गोहलपुर डिवीज़न, बाज़ मीडिया, जबलपुर। साउथ मिलौनीगंज स्थित दरबार-ए-अज़ीम खानकाह-ए-क़ासमिया में शाहे जबलपुर, हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती-ए-आज़म कासिमे नेमत अलैहिर्रहमा का सालाना उर्स मुबारक कल नवम्बर 2025, शनिवार से दो दिवसीय आयोजन के रूप में शुरू होने जा रहा है। इस बार उर्स की रौनकें और बढ़ाने के लिए मर्कज़-ए-अहले-सुन्नत बरेली शरीफ़ (उ.प्र.) से नबीरे आला हज़रत, खलीफा व मज़ाज़े ताजुश्शरिया हज़रत अल्लामा मुफ़्ती मुहम्मद अरसलान रज़ा खान क़ादरी साहब क़िब्ला की ख़ुसूसी आमद हो रही है। आप उर्स की सरपरस्ती भी फ़रमाएँगे।

उर्स की सदारत खलीफ़ा व जानशीने हुज़ूर कासिमे इल्म-ओ-हिकमत, नशीरे तालीमाते आला हज़रत, पीरे तरीकत हज़रत अल्लामा मुफ़्ती इम्तियाज़ुल क़ादरी कासमी साहब क़िब्ला, मुफ़्ती-ए-आज़म व काज़ी-ए-शरआ जिला जबलपुर द्वारा की जाएगी।

मीडिया प्रभारी सुल्तानुज़्ज़मा क़ादरी कासमी ने कार्यक्रम के विस्तृत विवरण साझा करते हुए बताया कि खानकाह-ए-क़ासमिया में उर्स के दौरान रूहानियत, नात-मनक़बत, वअज़-ओ-नसीहत और इबादत के कई पुरअसर कार्यक्रम होंगे।

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पहला दिन — 29 नवम्बर, शनिवार

महिलाओं का प्रोग्राम (सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक)

महिलाओं के लिए वअज़-ओ-तकरीर और नात-मनक़बत का विशेष आयोजन,
आलेमा फ़ाज़िला नूर सबा फातिमा साहिबा की जेरे-हिमायत में किया जाएगा।

मुख्य वक्ता:

  • आलेमा फ़ाज़िला नूर अफ़शा फातिमा साहिबा
  • आलेमा फ़ाज़िला शमा फातिमा साहिबा

तकरीरों के साथ जामेआ फ़ैज़ान-ए-ग़रीब नवाज़ की छात्रात भी नातें, मनक़बतें और इल्मी बयान पेश करेंगी।

क़ुरआनख़्वानी, फ़ातेहा और तआम (शाम 7 बजे)

मगरिब के बाद पुरुषों के लिए क़ुरआनख़्वानी, फ़ातेहा और तआम का इंतज़ाम रहेगा।

महफ़िले नात-ओ-मनक़बत (रात 10 बजे से)

रात 10 बजे से रूहानी महफ़िलों की शुरुआत होगी।

गुस्ले मज़ार-ए-अक़दस (रात 1:58 बजे)

रात ठीक 1:58 बजे, रूहानी माहौल में गुस्ले मजार-ए-अक़दस और कुल शरीफ़ की अदायगी होगी।


दूसरा दिन — 30 नवम्बर, रविवार

महफ़िले नात, मनक़बत और वअज़-ओ-तकरीर (रात 10 बजे से)

रात 10 बजे से उर्स की सबसे अहम रूहानी महफ़िल आयोजित होगी।

मुख्य वक्ता:
हज़रत अल्लामा मुफ़्ती मुहम्मद शाहिद रज़ा साहब क़िब्ला,
रज़वी दारुल इफ्ता, मर्कज़-ए-अहले-सुन्नत बरेली शरीफ़ (उ.प्र.)

अन्य उलमा-ए-किराम:

  • हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती तौफ़ीक़ आलम साहब
  • हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती अल्ताफ कासमी साहब
  • हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती शाकिर कासमी साहब
  • हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हिफ़ज़ुर्रहमान कासमी साहब
  • हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती तबरेज़ आलम कासमी साहब

मंच संचालन अब्दुल मज़ीद कासमी साहब करेंगे।

इख़्तितामी दुआ

लगभग आधी रात को हज़रत अल्लामा मुफ़्ती अरसलान रज़ा खान क़ादरी साहब क़िब्ला की पुरनूर दुआ के साथ उर्स का प्रोग्राम सम्पन्न होगा।


रूहानी रौनक से जगमगाएगी खानकाह

दो दिन तक चलने वाले इस उर्स मुबारक में जबलपुर और आसपास के इलाक़ों से बड़ी तादाद में अकीदतमंदों के शामिल होने की उम्मीद है। खानकाह-ए-क़ासमिया में सजने वाली नातों की महफ़िलें, उलमा-ए-किराम के बयान, गुस्ले मजार और दुआओं का रूहानी माहौल शहर में इश्क-ए-रसूल ﷺ और फ़ैज़ान-ए-औलिया की नई ताज़गी पैदा करेगा।

दरबार-ए-क़ासमिया ने सभी अकीदतमंदों से उर्स की फ़ज़ीलतों में शरीक होने की अपील की है।

Jabalpur Baz

बाज़ मीडिया जबलपुर डेस्क 'जबलपुर बाज़' आपको जबलपुर से जुडी हर ज़रूरी खबर पहुँचाने के लिए समर्पित है.
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