
जबलपुर शीतकालीन सत्र: विधायक डॉ. अभिलाष पांडे ने कौशल विकास, रोजगार, खेल सुविधाओं और तकनीकी शिक्षा पर उठाए महत्वपूर्ण सवाल । सरकार ने दिए विस्तृत जवाब, जबलपुर के युवाओं के लिए बड़े कदम जल्द
जबलपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन उत्तर मध्य विधानसभा के विधायक डॉ. अभिलाष पाण्डेय ने महाकौशल क्षेत्र, विशेषकर जबलपुर के युवाओं से जुड़े कौशल विकास, रोजगार सृजन, खेल सुविधाओं के उन्नयन और तकनीकी शिक्षा के आधुनिकीकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उनके द्वारा पूछे गए सवालों पर सरकार की ओर से विस्तार से जवाब दिए गए, जिनमें जबलपुर के लिए कई महत्वपूर्ण संकेत मिले।
कौशल विकास और रोजगार सृजन पर ध्यान आकर्षित
विधायक डॉ. पाण्डेय ने सदन में कहा कि महाकौशल के केंद्र बिंदु जबलपुर में युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण सीटें बढ़ाने की आवश्यकता है। इस पर कौशल विकास राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने आश्वासन दिया कि—
- जबलपुर क्षेत्र के युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण की संख्या बढ़ाने के लिए आगामी समय में विशेष कार्य किया जाएगा।
- अधिक से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
- आगामी वित्तीय वर्ष में जबलपुर में कौशल विकास को और सशक्त रूप से लागू किया जाएगा।
मंत्री टेटवाल ने बताया कि विभाग की ओर से अब तक मध्यप्रदेश में 47,856 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जबकि जबलपुर जिले में 1,832 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
खेल सुविधाओं के उन्नयन पर सवाल
विधायक ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग से पूछा कि उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र के खेल मैदानों और केंद्रों के उन्नयन के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी—
- पिछले दो वर्षों में जबलपुर के 309 खिलाड़ी खेलवृत्ति से लाभान्वित हुए हैं।
- उत्तर मध्य क्षेत्र स्थित रानी दुर्गावती खेल परिसर में
- हॉकी ग्राउंड
- सिंथेटिक टर्फ
की पुनर्स्थापना का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
तकनीकी शिक्षा में आधुनिक पाठ्यक्रमों पर सवाल
विधायक पाण्डेय ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में आधुनिक तकनीक आधारित कोर्स—
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- ड्रोन टेक्नोलॉजी
- इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी
शुरू करने और महाकौशल को तकनीकी शिक्षा का हब बनाने संबंधी प्रगति के बारे में जानकारी मांगी।
तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया—
- जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में वर्ष 2021 से AI, Data Science और Mechatronics Engineering संचालित हैं।
- पाठ्यक्रम, उपकरण और प्रशिक्षण AICTE, नई दिल्ली के मानकों के अनुरूप हैं।
- तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महाकौशल की क्षमताएं बढ़ाने पर लगातार कार्य हो रहा है।
शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन जबलपुर के विकास, युवाओं के कौशल, खेल और तकनीकी शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर विधायक डॉ. अभिलाष पाण्डेय द्वारा उठाए गए सवालों ने स्थानीय जरूरतों को मजबूती से सदन में रखा। सरकार के जवाबों से संकेत मिलता है कि आने वाले समय में जबलपुर को कौशल प्रशिक्षण, खेल सुविधाओं और आधुनिक तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में और मजबूती मिलने वाली है।



