हजरत आमिर दादा के मिशन को आगे बढ़ाएंगे अलीशान

“मेरे पापा शहर में कहीं भी मेडिकल स्टोर खोल सकते थे। लेकिन उन्होंने पैसे और प्राफिट की जगह इंसानियत की खिदमत को तरजीह दी। उन्होंने शहर के सबसे गरीब क्षेत्र में मेडिकल स्टोर शुरु किया। सिर्फ इसलिये कि गरीबों को सही और मुनासिब रेट पर दवा मिल सके। मैं अपने पापा की फिक्र को आगे बढ़ाऊंगा, मैं डॉक्टर बनूंगा और अपने समाज और अपने शहर की खिदमत करूंगा।”
यह कहना है मुंताहा अलीशान अंसारी का जिन्होंने सीबीएसई हायर सेकेण्डरी (12 क्लास) की परीक्षा में शानदार नम्बर से कामयाबी हासिल की है।

अलीशान कहते हैं, “समाज के आखरी कोने पर खड़े इंसान तक बेहतरीन इलाज पहुंचाना उनकी जिंदगी का मकसद है। वो अपने मकसद को पूरा करने के लिये पूरी मेहनत करेंगे।”
अलीशान खानकाहे जोबट के सज्जादानशीन हजरत आमिरुल हसन (आमिर दादा) को अपना रोल मॉडल आदर्श मानते हैं।
सबका नाम रौशन करेंगे अलीशान
सुलेमानी मस्जिद क्षेत्र में रहने वाले मरहूम मोहतरम मोहम्मब अय्यूब अंसारी साहब के बेटे जनाब हसीबुर्ररहमान और साईश्ता तबस्सुम अंसारी के बेटे मुंताहा अलीशान अंसारी लिटिल किंगडम स्कूल के छात्र हैं। मां बाप के फरमाबरदार आलीशान से पूरे खानदान को उम्मीद है कि वो एक दिन जरूर काबिल डॉक्टर बनेंगे और सबका नाम रौशन करेंगे।
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