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Jabalpur

योजना विभाग के अधिकारियों पर एफआईआर की मांग

मौलाना अबुल कलाम आजाद वार्ड के पार्षद अख्तर अंसारी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षदों ने पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह से मुलाकात की और फर्जी मृत्यू प्रमाण पत्र मामले में उच्चस्तरीय जांच और कार्यवाही की मांग की।

इस दौरान पार्षद वकील अंसारी, पार्षद शगुफ्ता उस्मानी, पार्षद कलीम खान, पार्षद अमरीष मिश्रा, कांग्रेस नेता गुड्डू नबी उस्मानी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। पार्षदों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्यादों को पकड़कर पीठ थपथपा रही है। असल दोषी अभी तब जांच के बाहर हैं।

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एसपी को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया कि इस मामले में तार सीधे तौर पर नगर निगम योजना विभाग के अधिकारियों से जुड़े हुये हैं। पार्षदों ने एसपी से कहा कि  कि आवेदन की जांच से लेकर पैसा पास करने तक सब कुछ इन्हीं अधिकारियों कर्मचारियों को करना होता है। जो तीन लड़के गिरफ्तार हुये हैं, वह इस खेल के मोहरे मात्र हैं। पूरे खेल के असल मास्टर माइंड नगर निगम की लाल बिल्डिंग के अंदर बैठे हैं। लेकिन पुलिस छोटे कम्पयूटर आपरेटरों की पकड़कर वाहवाही लूट रही है और योजना विभाग के बड़े अधिकारियों को बचा रही है।

ज्ञापन में मामले की उच्चस्तरीय जांच और असल दोषी अधिकारियों पर एफआईआर की मांग की गई। जिससे इस खेल पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके। 

योजना विभाग से जुड़े हैं तार

पार्षद अख्तार अंसारी ने कहा मक्का नगर के तीन लोगों पर कार्यवाही करके पुलिस वाहवाही लूट रही है। जबकी असल मुजरिम पुलिस की पहुंच से दूर हैं। प्रकरण के तार सीधे तौर पर योजना विभाग के अधिकारियों से जुड़े हैं। लेकिन पुलिस योजना विभाग के अधिकारियों को बचा रही है।

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सख्त कार्यवाही की मांग

पार्षद वकील अंसारी ने कहा हमारी मांग है कि इस मामले में सही जांच कर नगर निगम योजना विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये। जिससे भविष्य में दूसरा अधिकारी इस प्रकार का कृत्य न करे। शासन की योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचे।

आंदोलन की चेतावनी

कांग्रेस नेता गुड्डू नबी उस्मानी ने कहा है कि इस  भ्रष्टाचार और फर्जीवाडे में नगर निगम के कुछ अधिकारी सीधे तौर पर शामिल हैं। आज हमने पुलिस अधीक्षक महोदय से मुलाकात कर नगर निगम में चल रहे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिकारियों पर एफआईआर करने की मांग की है। यदि जांच और कार्यवाही नहीं हुई तो सड़क से नगर निगम सदन तक आंदोलन प्रदर्शन किया जाएगा।

असल खेल सामने आना बाकी

पार्षद कलीम खान ने कहा, कि अभी सिर्फ 1 जोन का पता लगा है, जो असल खेल का १ प्रतिशत है। कई प्राइवेट कंप्यूटर सेंटर, कुछ नगर निगम के आउटसोर्स कर्मचारी और नगर निगम के एक दो अधिकारी संगठित रूप से इस तरह के फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं। इनकी मिलीभगत में ऐसे हितग्राहियों के नाम पर पैसे पास हो रहे हैं, जिन्हें पता ही नहीं या उन्हें जरूरत ही नहीं। जबकी सैंकड़ों जरूरतमंद हितग्राही परेशान हो रहे हैं।

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