
सोशल मीडिया पर तेजी से बंगाल साईक्लोन, रेमल चक्रवात, रेमल साईक्लोन तेजी से ट्रेंड कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह तूफान अगले दो दिनों में बंग्लादेश के सुंदरवन से लेकर ओडिशा के समुद्र तट तक कहीं भी यह तूफान टकराए और भारी तबाही मचाएगा। दावा किया जा रहा है रेमल पश्चिम बंगाल को हिला कर रख देगा। जिसका असर मध्यप्रदेश तक महसूस किया जाएगा। भारत में अभी आधिकारिक तौर पर रेमल के बारे में कोई सूचना जारी नहीं की गई। लेकिन दुनिया के कई मौसम रिसर्च इस्टिट्यूट ने इसका दावा किया है।
रेमल साईक्लोन क्या है

क्या है रेमल चक्रवात
भारत में नार्थ इंडिया में भीषण गर्मी पड़ रही है, वहीं साउथ इंडिया केरल में बारिश जारी है। बिगड़े मौसम के नतीजे में बंगाल की खाड़ी में सीजन का पहला चक्रवाती तूफान भी उठा है। जिसे रेमल नाम दिया गया है।
रेमल चक्रवात आएगा
बंग्लादेश के सुंदरवन से लेकर ओडिशा के समुद्र तट के बीच कहीं भी लैंड कर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा। मौसम विभाग ने बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग अनुसार, बंगाल की खाड़ी में उठ रहा यह चक्रवाती तूफान 26 मई (रविवार) को एक गंभीर चक्रवात के रूप में पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश के तटों से टकरा सकता है।
कैसा होगा रेमल चक्रवात…
रेमल साईक्लोन कैसा होगा इसको लेकर अभी कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई ह। लेकिन बताया जा रहा है कि सौ किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक की रफ्तार हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात के कारण 25 मई को पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से और बांग्लादेश में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है।
मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। तूफान के 25 मई (शनिवार) को गहरे दबाव में और 26 मई को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। आईएमडी ने कोलकाता, हावड़ा, नादिया, झाड़ग्राम, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
कब आएगा रेमल तूफान
समुद्र में उठा रेमल तूफान जमीन से कब टकराएगा इसकी कोई आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवाती तूफान अभी पूरा नहीं हुआ है, जब यह पूरा होगा तब यह तय होगा कि यह कहां लैंडफाल करेगा। रेमल’ किस स्थान पर कब लैंडफॉल करेगा, इस सटीक जानकारी लैंडफॉल से करीब कुछ घंटे पहले ही मिलेगी।
कोलकाता में मच सकता है हाहाकार..
एक दावा यह भी है कि यह तूफान भी चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के रास्ते पर ही आगे बढ़कर कोलकाता में तबाही मचा सकता है। साल 2020 में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का लैंडफॉल पश्चिम बंगाल के समुद्र तटीय शहर दीघा के पास दोपहर 2.30 बजे हुआ था। लैंडफॉल के समय इस चक्रवाती तूफान की रफ्तार लगभग 190 किमी प्रति घंटा थी और कोलकाता को भारी तबाही मचाकर यह चक्रवाती तूफान लगभग 190 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दोपहर में करीब तीन बजे गुजरा था।