ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया जा रहा सिक्योरिटी ठेका
नगर निगम की सुरक्षा का ठेका एक ऐसी कंपनी को दिया जा रहा है, जो दो शहरों में ब्लैक लिस्टेड है। ऐसी कंपनी को ठेका देना न सिर्फ नियमों का खुला उल्लंघन है। वहीं नगर निगम की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ है। यह बात पूर्व एमआईसी सदस्य और पार्षद शगुफ्ता गुड्डू उस्मानी ने कही। साथ उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि ऐसी कंपनियों को आगे किया गया तो कांग्रेस पार्षद दल आंदोलन करेगा।
शुक्रवार को प्राईवेट सुरक्षा गार्ड टेंडर में धांधली का आरोप लगाते हुये कांग्रेस पार्षदों ने कमिश्नर के नाम ज्ञापन सौंपा और कार्यवाही की मांग की।
पार्षद अमरीश मिश्रा ने बताया नगर निगम द्वारा निविदा 14 अगस्त 2023 को जारी की गई थी, जिसमें प्राइवेट सुरक्षा गार्ड की निविदा प्रकाशित की गई थी। जिसकी कुल लागत लगभग एक करोड़ 90 लाख रुपए थी। निविदा में अनिवार्य शर्त थी कि टेंडर का फार्म भरने वाली कंपनी ब्लैकलिस्टेड न हो यह वह शपथ पत्र में देगी।
नगर निगम में राज्य सभा सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली ने कहा, एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी फोर्स द्वारा शपथ पत्र में निविदा डालते समय उक्त बात का उल्लेख नहीं किया गया कि वह कहीं ब्लैक लिस्टेड हुई है। बल्कि सच्चाई यह है कि उक्त कंपनी को दो शहरों में ब्लैक लिस्टेड किया गया है।
पार्षद अख्तर अंसारी ने कहा उसके बावजूद कंपनी निविदा में भाग लेती है और उक्त कंपनी को टेंडर दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्षद ने कहा नगर निगम को शपथ पत्र के माध्यम से गलत जानकारी देना ४२० में आता है।
कांग्रेस पार्षद दल ने इस निविदा को तत्काल रोकने और निरस्त करने की मांग की है। इस दौरान पार्षद आयोध्या तिवारी, पार्षद संतोष दुबे, पार्षद गुड्डू तामसेतवार, पार्षद प्रमोद पटेल, पार्षद राकेश पांडे, सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली, कांग्रेस नेता गुड्डू नबी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।