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Jabalpur: हाईकोर्ट में कंगना की फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ याचिका, सिखों का गलत चित्रण, रोक लगे

जबलपुर. एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग मूवी इमरजेंसी के खिलाफ मध्यप्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका दायर की गई है. शनिवार 31 अगस्त को सिख संगत जबलपुर, श्री गुरु सिंह सभा इंदौर की ओर से दायर जनहित याचिका में फिल्म पर बैन की मांग की गई.

हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट एनएस रूपराह ने बताया कि इंदौर के सरदार मंजीत सिंह भाटिया और जबलपुर के सरदार मनोहर सिंह की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट को बताया गया है कि इस फिल्म को लेकर पूरे देश के सिख समाज के लोग दुखी हैं.

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फिल्म में चार सिख हिंदुओं को गोली से भूनते दिखाए गए हैं. वे वी वांट खालिस्तान, सानू खालिस्तान चाहिए, यह सब कह रहे हैं. सिखा का रूप वीभत्स और खतरनाक बताया है, यह पूरी तरह से गलत है. फिल्म का सर्टिफिकेट कैंसिल किया जाए, इसे सार्वजनिक रूप से जानी नहीं किया जाए. याचिका में यह भी मांग की गई है कि रिलीज से पहले इस फिल्म को इंदौर और जबलपुर के सिख पदाधिकारियों को दिखाइए.

सुनवाई 2 सितंबर को, फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होना है

हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट नरेंद्र पाल सिंह रूपराह ने बताया, पहले इस फिल्म को लेकर लीगल नोटिस दिया गया था, लेकिन जब नोटिस का जवाब कंगना रनौत और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की तरफ ने नहीं दिया गया, तब जनहित याचिका मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में लगाई गई है. फिल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पार्टी बनाया है. याचिका पर सुनवाई 2 सितंबर को डिवीजन बेंच में होगी. बता दें, फिल्म 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होना है. हालांकि, कंगना ने कहा है कि फिल्म पर रोक लगा दी गई है.

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शुक्रवार को जबलपुर में सिख  समाज ने किया था विरोध-प्रदर्शन

फिल्म अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर गई है. सिख समुदाय के लोगों ने विरोध करते हुए फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. जबलपुर सिख संगत ने कंगना रनौत की फिल्म को विवादास्पद बताया है. भाजपा के पूर्व मंत्री हरेंद्र सिंह बब्बू ने कहा कि कंगना जब सांसद नहीं थी तब भी बहुत गंदा बोलती थी. शुक्रवार को सैकड़ों लोग रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की. उन्होंने फिल्म में सिख समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया.

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