बंधकों को नहीं बचा पाती इजरायल डिफेंस फोर्स: अबू उबैदा

वॉशिंगटन। हमास का कहना है कि अगर इजरायल डिफेंस फोर्स चाहती भी तो भी छह बंधकों नहीं बचा पाती। हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा, “हम सभी को साफ कर देना चाहते हैं कि नुसेरात में हुई घटना के बाद, कैदियों की सुरक्षा के लिए मुजाहिदीन को नए निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों में बताया गया है कि अगर कब्जे वाली सेना उस स्थान पर पहुंचती है जहां कैदियों को रखा गया है, तो स्थिति को कैसे संभालना है।”
आईडीएफ ने दावा किया कि सुरक्षाबलों के लोगों तक पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही उनकी हत्या कर दी गई थी। उबैदा ने छह बंधकों की मौत के लिए इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को दोषी ठहराते हुए कहा कि वो बातचीत के बजाय सैन्य अभियान चलाने पर विश्वास रखते हैं।” उबैदा ने कहा, “नेतन्याहू द्वारा बताचीत करने के बजाय सैन्य एक्शन के माध्यम से कैदियों को मुक्त करने का आग्रह करने का मतलब है कि बंधकों को कफन में उनके परिवारों को लौटा दिया जाएगा। उनके परिवारों को यह चुनना होगा कि वे उन्हें मृत चाहते हैं या जिंदा।”
हमास के कब्जे में छह लोगों की मौत के बाद इजरायल में नेतन्याहू के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हुए। बंधकों के परिवार वालों की तरफ से कहा गया, “बंधकों की वापसी के लिए एक समझौते पर दो महीने से अधिक समय से बातचीत चल रही है। अगर इस सौदे को फेम नहीं किया जाता तो आज सुबह जिन बंधकों की मौत के बारे में हमें पता चला, वे जिंदा होते।” इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने भी नेतन्याहू पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे युद्धविराम और बंधक समझौते को सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं।