सालों बाद जबलपुर में हर जगह दिख रही कांग्रेस, अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस में फूंकी जान

जबलपुर। लम्बे समय तक नगर कांग्रेस से आम शहरवासियों की यह शिकायत रही कि कांग्रेस जन हित के मुद्दों में आंदोलन नहीं करती, संघर्ष नहीं करती। लेकिन नगर में अब कांग्रेस हर स्तर पर सक्रिय नजर आ रही है। युवा जोश के साथ कांग्रेस मैदान में है।
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा के नेतृत्व में जहां कांग्रेस पार्षद सत्ता को जवाबदेह बनाने के सफल प्रयास करते दिख रहे हैं। वहीं नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस बिजली से लेकर विकास और साम्प्रदायिक सौहाद्र तक हर मुद्दे पर जन हित की आवाज बन रही है।

दशकों के बाद जबलपुर में ऐसा हुआ है कि बीते 60 दिन से लगातार कांग्रेस किसी न किसी मुद्दे पर मैदान में है। नई टीम जिस तरह से युवाओं को साथ लेकर मैदान में उतरी है, उससे पूरे कांग्रेस में एक हलचल एक सक्रियता देखने को मिल रही है। शहर के राजनीतिक विश्लेषक इसे कांग्रेस के निकट भविष्य के लिये सुखद संकेत मान रहे हैं।

मैदान में कांग्रेस पार्षद दल
नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद बीते 60 दिनों से मैदान में है। कांग्रेस पार्षद इस बार ज्ञापन तक सीमित नहीं है। समस्या वाली जगह पर पहुंचकर, कांग्रेस पार्षद नगर निगम सत्ता को जगाने का काम कर रहे हैं। बीते 12 दिनों से जन समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्षद संभाग वार आंदोलन चला रहे हैं। नगर में विपक्ष के सक्रिय होने से नगर निगम अधिकारियों की टोन और कार्यप्रणाली दोनों सकरात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। कांग्रेस पार्षदों ने बीते 60 दिनों में यह स्पष्ट कर दिया है कि संख्या बल उनकी आवाज को दबा नहीं पाएगा। सदन से सड़क तक नगर सरकार को जवाबदेह बनाने में कांग्रेस पार्षद दल अपनी भूमिका निभाएगा।
सौरभ की युवा कांग्रेस
तो वहीं दूसरी तरफ नगर अध्यक्ष बनने के बाद सौरभ का मिशन जारी है। जहां एक तरफ सौरभ, कांग्रेस को आंतरिक रूप से मजबूत करने के लिये बूथ और मंडलम स्तर के नये पुराने नेताओं से घर घर जाकर मुलाकात कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ शहर के हर हिस्से में सौरभ जनता की आवाज नगर और प्रदेश सत्ता तक पहुंचाने का सफल प्रयास करते दिखते हैं। नगर में बिजली आंदोलन का दूसरा नाम बन चुके सौरभ, नये बने वार्डों को उनका हक दिलाने के लिये नये आंदोलन पर हैं।

युवाओं में आई जान
बीते कुछ महीनों से कांग्रेस के सक्रिय होने से कांग्रेस के युवाओं में एक नई उर्जा आई है। चुनावों के परिणामों के पार्टी से दूर हुये युवा अब दोबारा सक्रिय हो रहे हैं।