ताजमहल की खराब हालत: लापरवाही या साजिश?

ताजमहल, जो भारत की पहचान है, हाल के दिनों में कई विवादों में रहा है। कभी इसे ‘तेजू महलिया’ मंदिर के रूप में ज़बरदस्ती पूजा गया, तो कभी इसे नकारा गया। अब ताजमहल की हालत को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ताजमहल के गुंबद पर एक पौधा उग आया है, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।
आगरा में भारी बारिश के बाद, ताजमहल के परिसर में पानी जमा हो गया और गुंबद से भी पानी टपकने लगा। साथ ही, कुछ लोग परिसर में झाड़ियों में पेशाब करते हुए भी दिखे। इसके बाद, लोगों ने एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) और प्रबंधन समिति से सवाल उठाए। उन्हें चिंता है कि इतनी देखरेख के बावजूद ताजमहल की हालत खराब कैसे हो गई।
लोग यह भी पूछ रहे हैं कि इसकी देखभाल कौन कर रहा है—यूपी सरकार या एएसआई?
कुछ लोग ताजमहल के अस्तित्व को लेकर चिंतित हैं और कुछ इसे तेजो महलिया या शिव मंदिर कहकर गिराने की धमकी दे रहे हैं।
हालाँकि इस मामले के सामने आते ही एएसआई ने तुरंत कार्रवाई की। उनकी टीम ने पौधे को हटाया और इमारत का निरीक्षण किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई और नुकसान न हुआ हो। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पौधे आमतौर पर दरारों में या नम स्थानों पर उगते हैं, खासकर बारिश के बाद।
एएसआई ने बताया कि ताजमहल और अन्य ऐतिहासिक इमारतों की नियमित निगरानी की जाती है। अगर कोई प्राकृतिक बदलाव होता है, तो उसे तुरंत ठीक किया जाता है। पौधों के उगने की घटनाएँ कभी-कभी होती हैं, विशेषकर जब आर्द्रता अधिक हो।
एएसआई अधिकारियों का कहना है कि ताजमहल के लिए एक सख्त रखरखाव प्रक्रिया है और इसे नियमित रूप से साफ और मरम्मत किया जाता है। इस घटना के बाद, एएसआई ने भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए और भी सावधानी बरतने का फैसला किया है।