अंसार समाज के युवाओं ने की बदलाव की मांग, कहा ‘समाज के हर फर्द की हो चुनाव में हिस्सेदारी’

अंसार समाज के युवाओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने अंसार समाज की मर्कजी पंचायत के जिम्मेदारों से मुलाकात कर समाज में चल रही चुनाव प्रक्रिया पर ऐतराज जताया, चुनाव स्थगित करने की मांग की और पदाधिकारी चयन की ऐसी व्यवस्था बनाने की मांग की जिसमें समाज के हर फर्द की हिस्सेदारी हो, ऐसी लीडरशिप आ सके जो समाज को शहर की मुख्यधारा से जोड़कर, समाज की समस्याओं के हल का विजन रखती हो।
अंसार समाज के युवा प्रतिनिधि मंडल ने समाज के चीफ इलेक्शन आफिसर जमील अहमद साहब, मर्कजी कमेटी के वर्तमान सरदार (अध्यक्ष) अख्तर अंसारी साहब सहित मर्कजी पंचायत के दीगर जिम्मेदारों और बुजुर्ग सरदारों से मुलाकात की और मांग पत्र सौंपा.
इस दौरान इस्लाहुद्दीन अंसारी, परवेज अख्तर, अदनान अंसारी, शाह फैसल, तारिक अंसारी, तारिक हसन सहित बड़ी संख्या में समाज के युवा उपस्थित रहे.

चुनाव में प्रक्रिया में कहीं तो खामी है…
युवाओं के प्रतिनिधि मंडल ने समाज के वर्तमान जिम्मेदारों से यहां कहा, “करीब 3 लाख के समाज की सेंट्रल बॉडी का चुनाव है और 99 प्रतिशत समाजजन को पता ही नहीं है। वहीं 70 प्रतिशत समाजजन को यह भी नहीं पता कि ऐसा कोई चुनाव होता है। चुनाव प्रक्रिया में कहीं तो खामी है कि 3 लाख लोगों की प्रतिनिधित्व के लिए लोगों ने फार्म तक नहीं भरा। सिर्फ दो नाम अध्यक्ष के लिए आए हैं। पांच पदों पर चुनाव होने हैं, जिनमें तीन पदों पर एक-एक नाम आए हैं और चुनाव के पहले ही जीत गए। इसमें भी कई ऐसे हैं जो अभी-अभी नुमाइंदे बने हैं या एक बार भी समाज की बैठक में नहीं आए, और तीन साल के लिए पूरे समाज के जिम्मेदार बन जाएंगे।
सबका सम्मान, नई व्यवस्था की भी मांग…
युवाओं ने कहा, हम समाज की मर्कजी पंचायत की कुरबानियों और कोशिशों की कद्र करते हैं। हम आज तक के सभी सरदारों की तज़ीम करते हैं। अदब के दायरे में पूरी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए और नये जमाने की जरूरतों के हिसाब से सबकी राय से नई व्यवस्था बनाने की मांग करते हैं।”

लीडर ऐसा चाहिये जो नई दिशा दे सके…
प्रतिनिधि मंडल ने कहा, “अंसार समाज मुस्लिम समाज और जबलपुर शहर का बड़ा समाज है। हम ऐसी समाजी लीडरशिप चाहते हैं जो समाज को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र तक सीमित करने की बजाय, समाज को शहर की मुख्य धारा से जोड़ सके। राजनीतिक हलकों, शासन और प्रशासन में समाज की मजबूत नुमाइंदगी कर सके। इसलिये जो इतने बड़े समाज का लीडर चुना जाए, उसके अंदर इतनी काबिलियत तो हो कि वह समाज को नई दिशा देने की सोच और फिक्र रखता हो। समाज की मौजूदा स्थिति और समस्याओं को समझता हो और उनका हल प्रस्तुत करता हो।”

सबकी राय से बने नई व्यवस्था…
युवाओं ने समाज के बुजुर्ग रहनुमाओं से मांग की, “मर्कजी पंचायत और हमारे बुजुर्ग सरदार पदाधिकारी चयन के लिए सबकी राय लेकर नई व्यवस्था बनाएं, ऐसी व्यवस्था जिसमें समाज के हर फर्द की डायरेक्ट या इनडायरेक्ट हिस्सेदारी हो। ऐसी लीडरशिप सामने आए, जो समाज की मौजूदा हालात और जरूरतों के हिसाब से रास्ता दिखा सके।”