
आपके हाथ में समाज और शहर का भविष्य हैं. शिक्षा सिर्फ डिग्री का नाम नहीं, शिक्षा एक जिम्मेदारी का नाम है. जो हमें खुद और अपने आसपास के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की जिम्मेदारी देती है. सेहत और स्वास्थ्य आज की सबसे बड़ी चिंता और चेतावनी है, छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सब बीमारियों से ग्रसित हैं. यह आपकी जिम्मेदारी है की हेल्थ को लेकर जागरुक हों, हेल्थ को लेकर अपने परिवार और समाज को जागरुक करें.
यह बात एफपीए इंडिया की जबलपुर शाखा के प्रभारी अनवर खान ने अंजुमन गर्ल्स कालेज में आयोजित स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रम में कहे.

अंजुमन इस्लामिया महिला महाविद्यालय गोहलपुर जबलपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई और एफपीए इंडिया की जबलपुर शाखा द्वारा विश्व एड्स जागरुकता पखवाड़े के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम महाविद्यालय सभागार में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का विषय “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” था, जिसके तहत पोस्टर प्रतियोगिता और एड्स जागरुकता पर एक लेक्चर सीरीज का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. शबाना अंजुम और एफपीए इंडिया के अधिकारी अनवर खान के मार्गदर्शन में हुआ। इस दौरान एनएसएस अधिकारी रेशमा शेख, कालेज की प्राचार्या डॉ. देवी कृष्णा यादव, अपर्णा तिवारी, डॉ. सुधा भोला, सना अली सहित महाविद्यालय का स्टाफ और छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।

पोस्टर प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा आलिया अंजुम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि सानिया बानों को दूसरा और उरूज फातिमा को तीसरा पुरस्कार मिला। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य छात्रों को एड्स के प्रति जागरूक करना और उनके स्वास्थ्य के अधिकारों के बारे में जानकारी देना था।
इस कार्यक्रम के दौरान, एड्स के लक्षणों, इससे बचाव के उपायों और इसके इलाज के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। एफपीए इंडिया के अनवर खान ने विद्यार्थियों को एड्स की रोकथाम के बारे में जागरूक किया और बताया कि इस बीमारी से लड़ने के लिए केवल सही जानकारी और सावधानियों की आवश्यकता है।

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. शबाना अंजुम ने कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करते हैं, बल्कि उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित भी करते हैं।”