
डॉ. अंबेडकर चौक से शहीद अब्दुल हमीद चौक (रद्दी चौकी) तक फ्लाईओवर के निर्माण की मांग को लेकर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के विधायक लखन घनघोरिया के नेतृत्व में कल दोपहर 12 बजे से आंदोलन की शुरुआत होगी। आंदोलन के पहले चरण में कल शनिवार दोपहर 12 बजे डॉ. अंबेडकर चौक स्थित प्रतिमा से रद्दी चौकी तक एक संकल्प और सद्बुद्धि पदयात्रा आयोजित की गई, जिसमें शहरवासियों से बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की गई है।
विधायक श्री लखन घनघोरिया ने बताया कि उनके कैबिनेट मंत्री रहते 11 दिसंबर 2019 को अंबेडकर चौक से शहीद अब्दुल हमीद चौक (रद्दी चौकी) तक फ्लाईओवर के निर्माण का प्रस्ताव पास कर दिया गया था। इस प्रस्ताव के मुताबिक, फ्लाईओवर का निर्माण बिना किसी भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता के होना था, और यह शहर की बड़ी आबादी के लिए एक वरदान साबित हो सकता था। इसके बावजूद, इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को जानबूझकर तकनीकी कारणों के बहाने रोका गया है।
विधायक घनघोरिया का आरोप
श्री घनघोरिया ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में कई बार इस मुद्दे को उठाया, सरकार को बाध्य किया कि फ्लाईओवर का काम शुरु करें. जब फ्लाईओवर निर्माण रोकने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा, तो शासन ने ने अंबेडकर चौक से रेलवे और हाईकोर्ट चौक तक फ्लाईओवर का विस्तार करने का निर्देश दे दिया, और मूल प्रस्ताव को हटा दिया गया। सब जानते हैं कि नया प्रस्ताव व्यवहारिक नहीं है, अलग अलग तकनीकी कारणों से उसमें कभी काम हो नहीं पाएगा. श्री घनघोरिया ने आरोप लगाया कि यह सब सिर्फ किसी भी तरह से फ्लाईओव्हर का काम रोकने का प्रयास है.

पदयात्रा में उपस्थिति की अपील
पदयात्रा कल दोपहर 12 बजे डॉ. अंबेडकर चौक स्थित प्रतिमा से शुरु होगी और शहीद अब्दुल हमीद चौक (रद्दी चौकी) तक जाएगी। पदयात्रा में उपस्थिति की अपील नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, मतीन अंसारी, अमरीश मिश्रा, पार्षद गुलाम हुसैन, पार्षद कलीम खान, राज्यसभा सांसद प्रतिनिध सैय्यद ताहिर अली, पूर्व पार्षद राजू लईक, कांग्रेस नेता गुड्डू नबी उस्मानी, इश्तियाक अंसारी, हामिद मंसूरी, आबिद मंसूरी, आजम खान, दिनेश यादव, रमाकांत रावत, सतीश तिवारी, सहित कांग्रेस पदाधिकारी, नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने की है.
अगला कदम: उग्र आंदोलन की चेतावनी
श्री घनघोरिया ने चेतावनी दी कि अगर इस फ्लाईओवर के निर्माण का काम जल्द शुरू नहीं होता, तो क्षेत्र की जनता को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर किया जाएगा। इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि यह फ्लाईओव्हर न केवल पूर्व बल्की बल्कि पूरे जिले के लिए महत्वपूर्ण है, और इसके समाधान के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।