हमास ने कहा फलस्तीनियों की मदद के लिये हम किसी भी तक जाएंगे, गाजा संघर्ष विराम के लिये मिस्र और ईरान के साथ हमास की बैठक

गाजा में जहां एक हमास के लड़ाके इजरायली सैनिकों के साथ जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गाजा की आवाम तक मदद और सदम पहुंचे इसके लिये उनका डेलीगेशन अलग अलग मुल्कों बातचीत भी कर रहा है. बीते दो दिनों में हमास डेलीगेशन ने मिस्र की राजधानी कहिरा में मिस्र सरकार से बातचीत की, वहीं कतर में ईरान के विदेश मंत्री के साथ चर्चा की गई. दोनों बैठकों का मकसद गाजा के लोगों मानवीय सहायता पहुंचाने के रास्ते खोलना था.
हमास ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उनके प्रतिनिधी मंडल ने मिस्र के इंटेलिजेंस मंत्री हसन महमूद राशद के साथ बैठक की। इस बैठक में गाजा पट्टी में संघर्ष विराम लागू करने और मानवीय मदद के लिए एक समिति बनाने पर चर्चा हुई।
हमास ने कहा कि उनकी प्राथमिकता इस प्रयास को सफल बनाना है और इस युद्ध के कारण पीड़ित फिलिस्तीनियों की मदद के सभी प्रयास किए जाएंगे। संगठन ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य इजरायली हमलों को समाप्त करना और युद्ध से प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
वहीं दूसरी तरफ इस बैठक के बीच गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि 44,708 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 106,050 लोग घायल हुए हैं। इसका मतलब यह है कि संघर्ष के चलते नागरिकों की बड़ी संख्या में जान चली गई है।
मिस्र और हमास के बीच समझौते की ओर
हमास ने मिस्र के प्रस्ताव को स्वीकार किया है। यह प्रस्ताव गाजा पट्टी के प्रशासन के लिए एक संयुक्त समिति बनाने का था। यह समझौता हमास और फतह के बीच मिस्र की मध्यस्थता में कई बैठकें आयोजित करने के बाद आया है।
हमास ने एक बयान में कहा, “हमारे मिस्री भाइयों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है। इस प्रस्ताव में समग्र राष्ट्रीय तंत्र के माध्यम से एक समर्थन समिति बनाने का उल्लेख है।”
बयान में कहा गया कि किसी भी समझौते में 1967 की सीमाओं के आधार पर फिलिस्तीनी भौगोलिक अखंडता बनाए रखना आवश्यक है। इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि गाजा पट्टी और बाकी फिलिस्तीनी क्षेत्रों के बीच संपर्क बनाए रखा जाए।
ईरान के साथ भी बातचीत…
काहिरा बैठक के अलावा, हमास ने शनिवार को कतार की राजधानी, दोहा में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची से भी बातचीत की। इस बैठक में गाजा में संघर्ष, क्षेत्रीय मुद्दों और अंतर्राष्ट्रीय हालात पर चर्चा हुई।
हमास के शूरा काउंसिल के अध्यक्ष मोहम्मद दरवेश ने इस बैठक के बाद कहा कि इजरायली कब्जे की वजह से गाजा में हिंसा एक गंभीर इंसानी संकट है। उन्होंने कहा, “गाजा में इजरायली नीतियों की वजह से लोगों को भुखमरी और कठिनाई झेलनी पड़ रही है।”
दरवेश ने स्पष्ट किया कि हमास संघर्ष विराम को लेकर किसी भी प्रस्ताव के लिए तैयार है, जो फिलिस्तीनी लोगों की मदद करेगा और उनके दुखों को कम करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि गाजा के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना बहुत ज़रूरी है और इजरायली हमलों के खिलाफ हर संभव प्रयास किए जाएंगे।