
जबलपुर में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिल्डर रोहित तिवारी के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। यह कार्रवाई पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़ी एक बड़ी जांच का हिस्सा बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, सौरभ शर्मा और रोहित तिवारी के बीच पारिवारिक रिश्ते हैं, जिससे ईडी द्वारा यह छापेमारी की जा रही है।
ईडी की टीम ने सुबह ‘प्रेस’ लिखी गाड़ी से जबलपुर पहुंचकर शास्त्री नगर स्थित तिवारी के घर पर छापे मारे। कार्रवाई के दौरान तिवारी के घर के बाहर सीआरपीएफ की तैनाती की गई थी। अधिकारियों ने तिवारी के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की।
यह छापेमारी जबलपुर तक सीमित नहीं रही, बल्कि ईडी ने ग्वालियर में भी सौरभ शर्मा के आवास पर छापे मारे और सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ तैनात किया गया। उनके भव्य बंगले के बाहर भी सीआरपीएफ के जवानों की मौजूदगी देखी गई।
ईडी के सूत्रों के मुताबिक, सौरभ शर्मा ने तिवारी की कंपनी, ओमेगा रियलकॉन प्राइवेट लिमिटेड, में भारी निवेश किया था, जो इस छापेमारी का एक अहम कारण हो सकता है। इसके अलावा, ईडी ने पहले सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी करते हुए उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। आयकर विभाग ने सौरभ शर्मा से जुड़े एक लावारिस कार से 52 किलो सोने की ईंटें, चांदी और 11 करोड़ रुपये नगद बरामद किए थे।
फिलहाल, ईडी की छापेमारी और पूछताछ जारी है, और इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।