फर्जीवाड़े के आरोपो के चलते जीवाजी विश्वविघालय के कुलगुरु को किया गया बर्खास्त, राज्यपाल ने विश्वविघालय में लगाई धारा 52…..
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लंबे समय से विवादों में चल रहे जीवाजी विश्वविघालय के कुलगुरु प्रो अविनाश तिवारी पर बड़ी कार्यवाही हुई है जहां उन्हे आखिरकार पद से हटा दिया गया। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने धारा 52 का उपयोग करते हुए उन्हे कुलगुरु पद से बर्खास्त कर विश्वविघालय में धारा 52 लगा दी साथ ही समस्त कार्यपरिषद को भी भंग कर दिया।
वही आगामी आदेश तक रीवा विश्वविघालय के पूर्व कुलपति डा. राजकुमार आर्चाय को कुलगुरु का प्रभार सौंपा गया है।
दरअसल पूरा मामला फर्जी कॉलेज को मान्यता देने से जुड़ा हुआ है कुलगुरु प्रोफेसर अविनाश तिवारी पर आरोप है की उन्होने अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए झुंडपुरा गांव के शिव शक्ति नामक कॉलेज को मान्यता दी थी जबकि इस नाम के किसी कॉलेज का धरातल पर कोई नामों निशान ही नही था ये पूरा खुलासा ईओडब्ल्यू की जांच मे निकल कर सामने आया।
जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने 13 जनवरी 2025 को कुलगुरु प्रो. अविनाश तिवारी समेत 16 अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में एफआइआर दर्ज की थी जिसके बाद अब लगभग एक महीनें के बाद राजभवन की तरफ से कुलगुरु पर बड़ी कार्यवाही की गई है। फिलहाल मामलें मे आगे जांच जारी है।