सावन से पहले बरसी आफ़त! जबलपुर में अगले 48 घंटे लगातार बारिश की अलर्ट जारी, जन जीवन प्रभावित, बरगी के गेट खुले, स्कूल हुये बंद

जबलपुर, 6 जुलाई । लंबे समय बाद आषाढ़ माह में जबलपुर में सावन जैसी बारिश ने दस्तक दी है। शनिवार देर रात तीन बजे से शुरू हुई बारिश रविवार देर रात तक जारी रही, जिससे शहर में मौसम पूरी तरह से बदल गया। रिमझिम और मध्यम गति की लगातार बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी, वहीं जनजीवन को खासा प्रभावित किया। रविवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और सार्वजनिक गतिविधियों पर असर पड़ा।
पिछले 24 घंटों में 38.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिससे अब तक की कुल वर्षा का आंकड़ा बढ़कर 387.2 मिमी (करीब 16 इंच) तक पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों के दौरान जबलपुर सहित पूरे संभाग में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। इस दौरान नदियों, नालों और अन्य जलस्त्रोतों में जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
बारिश से प्रभावित हुआ जनजीवन
रविवार को लगातार बारिश के चलते जबलपुर की सड़कों पर सामान्य दिनों की तुलना में काफी कम भीड़भाड़ नजर आई। कई निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे आवागमन में परेशानी हुई। वहीं, विद्युत आपूर्ति की शिकायतें भी बढ़ीं। मोहर्रम के मौके पर निकाले जाने वाले जुलूसों को भी मौसम की मार झेलनी पड़ी, कई इलाकों में बारिश के कारण जुलूस प्रभावित हुए।
तापमान में आई गिरावट
लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री कम है। हवा में नमी का स्तर सुबह 95 प्रतिशत और शाम को 98 प्रतिशत तक पहुंच गया। दक्षिण-पश्चिमी हवाएं 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही हैं।
बरगी बांध के 9 गेट खुले, नर्मदा का जलस्तर बढ़ा
इधर, जबलपुर के समीप स्थित बरगी बांध को पहली बार इस मानसून सीजन में खोलना पड़ा। रविवार दोपहर 12 बजे जल स्तर नियंत्रण के लिए बांध के 9 गेट खोल दिए गए, जिनसे 52,195 क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया। इससे नदी का जल स्तर चार से पांच फीट तक बढ़ गया, जिससे ग्वारीघाट, तिलवारा और भेड़ाघाट जैसे प्रमुख घाट जलमग्न हो गए।
बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह गौड़ के अनुसार, बांध के 21 स्पिल-वे गेट में से 9 गेट औसतन 1.33 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए हैं। जल निकासी के लिए गेट नंबर 10, 11 और 12 को दो-दो मीटर, गेट नंबर 9 और 13 को डेढ़-डेढ़ मीटर, गेट नंबर 8 और 14 को एक-एक मीटर तथा गेट नंबर 7 और 15 को आधा-आधा मीटर की ऊंचाई तक खोला गया है।
सैलानियों की भीड़, प्रशासन की अपील
बढ़ते जलस्तर और बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में सैलानी बरगी डैम और नर्मदा तटों पर बाढ़ का नजारा देखने पहुंचे। प्रशासन ने सैलानियों और स्थानीय नागरिकों से डूब क्षेत्र से दूर रहने की अपील की है।
रविवार को दोपहर 11 बजे बांध का जल स्तर 417.40 मीटर रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें करीब 98,741 क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा था। जबकि ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 31 जुलाई तक जल स्तर 417.50 मीटर तक सीमित रखने का प्रावधान है। लेकिन बारिश की तीव्रता के चलते तय समय से पहले ही गेट खोलने का निर्णय लिया गया।
संभावित खतरे और सतर्कता की ज़रूरत
वर्तमान में नर्मदा नदी और अन्य जलस्त्रोतों में जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे जबलपुर सहित पूरे महाकौशल क्षेत्र में भारी बारिश के आसार बने हुए हैं। ऐसे में नागरिकों को सावधानी बरतने और गैर-ज़रूरी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।