BAZ Health : दांतों की सफाई के लिए नीम, पुदीना और अमरूद की पत्तियां बेहद असरदार – वैज्ञानिक शोध और आयुर्वेद दोनों मानते हैं फायदेमंद

नई दिल्ली (BAZ Health)। दांतों पर जमी पीली परत न सिर्फ मुस्कान की खूबसूरती को कम करती है, बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डालती है। इस समस्या को दूर करने के लिए लोग महंगे टूथपेस्ट, व्हाइटनिंग जेल और ब्लीचिंग ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं, जबकि आयुर्वेद और आधुनिक वैज्ञानिक शोध कुछ बेहद साधारण घरेलू उपायों को ही अधिक कारगर मानते हैं।
नीम – प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल
आयुर्वेद में नीम को सदियों से औषधीय गुणों वाला पेड़ माना गया है।
- नीम की पत्तियां और दातुन मुंह में बैक्टीरिया को खत्म करती हैं।
- वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, नीम में मौजूद एजाडिरैक्टिन और निमबिन तत्व बैक्टीरिया और प्लाक को नष्ट करने में मदद करते हैं।
- रोज सुबह नीम की पत्तियां चबाने या नीम की दातुन करने से कुछ ही हफ्तों में दांतों का पीलापन कम हो सकता है और मुंह की दुर्गंध भी घटती है।
पुदीना – ताजगी और सफेदी का मिश्रण
पुदीना केवल ताजगी देने के लिए ही नहीं, बल्कि दांतों की सफाई के लिए भी जाना जाता है।
- इसमें मौजूद मेंथॉल दांतों की सतह पर जमी गंदगी को हटाता है।
- रोज सुबह खाली पेट पुदीने की कुछ पत्तियां चबाने से सांसों की बदबू कम होती है और दांतों का पीलापन धीरे-धीरे घटता है।
संतरे का छिलका – प्राकृतिक पॉलिश
संतरे के छिलके में मौजूद साइट्रिक एसिड और विटामिन C दांतों पर जमी पीली परत को साफ करने में सहायक हैं।
- छिलके को हल्के हाथों से दांतों पर रगड़ने से धीरे-धीरे दांतों की चमक लौट सकती है।
- यह तरीका पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित माना जाता है।
अमरूद की पत्तियां – एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
आयुर्वेदिक ग्रंथों में अमरूद की पत्तियों को पाचन के साथ-साथ दांतों की सेहत के लिए भी लाभकारी बताया गया है।
- इनमें मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों की गंदगी को हटाने और बैक्टीरिया को रोकने में मदद करते हैं।
- सुबह ताजे अमरूद के कुछ पत्ते चबाने से दांतों की सफाई होती है और समय के साथ उनकी चमक बढ़ती है।
नीम, पुदीना, संतरे का छिलका और अमरूद की पत्तियां सस्ती, आसानी से उपलब्ध और पूरी तरह प्राकृतिक उपाय हैं। इनके नियमित उपयोग से दांतों का पीलापन घट सकता है, मुस्कान खूबसूरत बनती है और आत्मविश्वास बढ़ता है।