रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर भड़का ओआईसी, मुस्लिम देशों के संगठन ने की निंदा

अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर ओआईसी भड़क गया है। मिली जानकारी के अनुसार 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने बयान जारी कर अयोध्या में हुई राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की निंदा की है। हालांकि ओआईसी ने पहले भी भारत के आंतरिक मामले में टिप्पणी की थी। इस्लामिक देशों का यह संगठन भारत के खिलाफ लगातार बयान देता रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को अयोध्या में संपन्न हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर ओआईसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
ओआईसी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इस्लामिक स्थल (बाबरी मस्जिद) को ध्वस्त कर बनाई गई इस मंदिर की हम निंदा करते हैं। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सोमवार को पूरे विधि-विधान से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान थे। उन्होंने विधि-विधान से अनुष्ठान की सभी क्रियाएं पूरी कीं। राम लला की मूर्ति का अनावरण भी प्राण प्रतिष्ठा के दौरान किया गया। समारोह के बाद पीएम मोदी ने रामलला की मूर्ति की आरती उतारी।
हालांकि प्राण प्रतिष्ठा के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर दिया। इसमें बाबरी मस्जिद विध्वंस की जगह पर राम मंदिर के उद्घाटन की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उन्मादी भीड़ ने छह दिसंबर 1992 को सदियों पुरानी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था। ये निंदनीय है कि ना सिर्फ भारत की सबसे बड़ी अदालत ने इस घटना के जिम्मेदार लोगों को बरी कर दिया बल्कि उसी जगह पर राम मंदिर निर्माण की मंजूरी भी दी। वहीं, अब ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने भारत के अयोध्या में पहले से बनी बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर हाल ही में बने राम मंदिर के निर्माण और उद्घाटन पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। पिछले सत्रों के दौरान विदेश मंत्रियों की परिषद में लिए गए फैसले के अनुरूप ओआईसी जनरल सचिवालय इन कदमों की निंदा करता है। इसका लक्ष्य बाबरी मस्जिद जैसे इस्लामिक स्थलों को नष्ट करना है। बाबरी मस्जिद पिछले 500 सालों से उसी जगह पर खड़ी थी।
जहां तक ओआईसी का सवाल है तो चार महाद्वीपों के 57 देशों वाला यह संगठन करीब 2 अरब की आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। ओआईसी संयुक्त राष्ट्र के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटर गवर्नमेंटल ग्रुप है। इसका हेडक्वार्टर सऊदी अरब के जेद्दाह शहर में है। ओआईसी में गल्फ कंट्री सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों का बोलवाला है। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सद्भाव बनाते हुए मुसलमानों की सुरक्षा करना है। यह संगठन खुद की पहचान मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज के तौर पर करता है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है लेकिन इसके बावजूद भारत ना तो ओआईसी का सदस्य है और ना ही इसे पर्यवेक्षक का दर्जा मिला है।
महेश/ ईएमएस 24 जनवरी 2024