अब भाजपा ने कहा, 15 लाख नहीं, 15 करोड़ आएंगे

भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में 15 लाख का वादा किया था। अब भाजपा के एक बड़े नेता और लोकसभा प्रत्याशी ने 15 करोड़ की बात कहकर सबको चौंका दिया है।
लोकसभा चुनाव अब अपने शबाब पर आ गया है 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है। देश की राजनीति पार्टियां वोटरों को अपनी और खींचने तरह-तरह की बयान बाजी कर रही है और विपक्षी दल सत्तारुढ़ दल के किए वादों को याद दिला रहे हैं और सवाल पूछ रहे है कि पिछले चुनावों में किए वादे अभी तक पूरे क्यों नहीं हुए।
2014 में जब लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान चल रहा था तब बीजेपी ने पीएम पद का चेहरा नरेंद्र मोदी को बनाया था। तब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी ने देश की जनता से विदेशों में जमा काला धन वापस लाने का भी वादा किया था। इसके बाद से विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि पीएम मोदी ने लोगों को 15 लाख देने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हो रहा है। देश में हुए हर चुनाव में पीएम मोदी के उस बयान को विपक्ष दोहराता है।
हम तो 15 करोड़ रुपये की बात कर रहे: दिलीप घोष
2024 के लोकसभा चुनाव में भी अब इसकी चर्चा की गई तो बीजेपी दिलीप घोष सकते में आ गए।
बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे दिलीप घोष ने कहा कि 15 लाख रुपये के इंतजार में कई लोग ऊपर चले गए। हम तो 15 करोड़ रुपये की बात कर रहे हैं। आपको बता दें कि दिलीप घोष ने इस बात का जिक्र नहीं किया कि वह किस 15 करोड़ का जिक्र कर रहे हैं।
घोष की इस टिप्पणी पर टीएमसी हमलावर हो गई है। टीएमसी ने आरोप लगाया कि दिलीप घोष वास्तव में इस तरह की टिप्पणियों से आम लोगों को कमजोर कर रहे हैं।
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हम मर्जी से पैसा मांगने नहीं गयेः प्रसेनजीत दास
दिलीप घोष की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रवक्ता प्रसेनजीत दास ने कहा कि नरेंद्र मोदी के पास कोई भी अपनी मर्जी से पैसे मांगने नहीं गया। उन्होंने खुद विदेश से काला धन वापस लाने का दावा किया था। फिर सबके खाते में 15-15 लाख डालने की बात कही थी। लेकिन दिलीप घोष ऐसी बातें कहकर लोगों को कमजोर कर रहे हैं। इससे पहले दिलीप घोष को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बारे में अपशब्द का प्रयोग करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा सेंसर किया था। इसके बाद भी वह नहीं रुके। हाल ही में वह जलपाईगुड़ी में आए तूफान के बारे में कहा था, उत्तरी बंगाल में तूफान शुरू हो रहा है। वहां से वोटिंग शुरू हो रही है। बीजेपी की आंधी चल पड़ी है। इसीलिए सब पागल हो रहे है। तूफान के बारे में ऐसी असंवेदनशील टिप्पणी करने के लिए दिलीप घोष की आलोचना की गई थी।