मुजावर मोहल्ला गढ़ा में “आई लव मोहम्मद ﷺ” का पैग़ाम, मोहब्बत और अकीदत का अनोखा इज़हार

जबलपुर। मुजावर मोहल्ला गढ़ा में हैदरे लंगर कमेटी के ज़ेरे-एहतमाम एक ख़ास प्रोग्राम का इनक़ाद हुआ, जिसमें मोहब्बत-ए-रसूल ﷺ का रंग साफ़ तौर पर नज़र आया। कमेटी की जानिब से बड़े सलीक़े के साथ एक ख़ास बैनर लगाया गया, जिस पर सुनहरे हुरूफ़ में लिखा था – “I Love Muhammad ﷺ”।
कमेटी के ज़िम्मेदारों ने बताया कि ये प्रोग्राम महज़ एक तसवीर या शोशा नहीं, बल्कि दिल की गहराइयों से निकला एक पैग़ाम है। उन्होंने कहा कि हज़रत मोहम्मद ﷺ से हमारी मोहब्बत हमारी ज़िंदगी और जान से भी बढ़कर है। इस मोहब्बत का इज़हार अल्लाह और उसके रसूल ﷺ से हमारी वफ़ादारी का हिस्सा है, और यही वजह है कि हमने ये बैनर पूरी शिद्दत से मोहल्ले के सबसे रौशन कोने में लगाया है।
प्रोग्राम में मोहल्ले के नौजवानों से लेकर बुज़ुर्गों तक की बड़ी तादाद मौजूद रही। कमेटी के अहम अरकान – एजाज़ अली, आशु अली (नेताजी), अमान क़ादरी, शहज़ाद मंसूरी, शाहनवाज़ अली, जावेद भाई, संजू ख़ान, बादल मंसूरी, आसिफ़ मंसूरी, फ़राज़ क़ादरी, हाफ़िज़ फ़ज़ल और अजहर शाह – सब एक सफ़ में खड़े होकर मोहब्बत-ए-रसूल ﷺ का पैग़ाम फैलाने में शामिल हुए।

मौक़े पर माहौल रूहानी और जज़्बाती बन गया जब सबने एक आवाज़ में बुलंद नारा लगाया – “आई लव मोहम्मद ﷺ”। फ़िज़ा में मोहब्बत और अकीदत का जज़्बा छा गया। कई लोग अपने हाथों में चांद सितारों वाले झंडे और फूल लिए खड़े थे, बच्चे भी अपने अंदाज़ में “सलाम या रसूल अल्लाह” कहते दिखाई दिए।
कमेटी के एक सीनियर सदस्य ने कहा, “हमारे लिए रसूल-ए-पाक ﷺ से मोहब्बत ईमान का अहम हिस्सा है। यही मोहब्बत हमें इंसानियत, अमन और मोहब्बत का सही रास्ता दिखाती है। यह बैनर उसी मोहब्बत का एक छोटा सा इज़हार है, ताकि आने-जाने वाले हर शख़्स को ये पैग़ाम मिले कि मोहब्बत-ए-मुस्तफ़ा ﷺ हमारी ज़िंदगी की सबसे बड़ी पहचान है।”
मोहल्ले के लोगों ने इस क़दम की ख़ूब तारीफ़ की और कहा कि इस तरह के प्रोग्राम न सिर्फ़ नौजवानों के दिलों में मोहब्बत-ए-रसूल ﷺ को मज़बूत करते हैं, बल्कि समाज में अमन, मुहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम भी पहुंचाते हैं।