जबलपुर: वीडियो काल रिकार्ड किया, नंगे वीडियो में बदला, DSP बनकर फोन किया, आत्महत्या तक के हालात बने
जबलपुर मौलाना आजाद वार्ड के चांदनी चौक में एक नौजवानों को भरोसे में लेकर, वीडियो काल पर उसके विडियो रिकार्ड किये गये। फिर उस वीडियो को AI से एडिट करके अश्लील वीडियो में बदला गया। फिर सीबीआई, सीआईडी, प्रेस अलग अलग नाम से उसके पास धमकी के कॉल आने लगे। उसे ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाया गया। ऐसे हालात उसके लिये बना दिये गये कि वो जिंदगी और मौत की दहलीज पर पहुंच गया।
मुस्लिम लीग ऐड के एडवोकेट फिरोज अंसारी ने बताया,
“शनिवार दोपहर मेरे पास चांदनी चौक के एक भाई आए। जिन्हें एक व्यक्ति खुद को दिल्ली सायबर सेल DSP बताकर कॉल कर रहा था। जो उन्हें एक वीडियो का हवाला देकर अरेस्ट वारेंट जारी करने की धमकी दे रहा था। इसके अलावा एक पत्रकार का फोन आ रहा था, जो केस खत्म करने के लिये पैसों की डिमांड कर रहा था। वहीं लड़की वीडियो वायरल कर बदनाम करने के नाम पर कई दिन से पैसे ऐंठ रही थी।
वो भाई इतना डरा हुआ था कि वो आत्मघाती कदम उठाने जा रहा था।
फिर हमने पूरी जानकारी हासिल की तो अधिकारी, पत्रकार, लड़की सब फर्जी एक गिरोह का हिस्सा नजर आए। हमने मामले में हनुमानताल थाने में लिखित शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एडवोकेट फिरोज अंसारी ने आगे बताया, जबलपुर मुस्लिम समाज में कुछ महीने से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें युवाओं को टारगेट करके हनी ट्रैप का शिकार बनाया गया है। हम सोमवार को इस मामले में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करके जांच की मांग करेंगे।
ऐसे फसाया और शिकार बनाया..
हनी ट्रैप का शिकार हुये चांदनी चौक निवासी पीड़ित का कहना है कि
“मेरे पास 15 दिन पहले वाट्सअप पर एक लड़की का वर्मिका सोनी नाम से मैसेज आया था। फिर लगातार मैसेज आने लगे। मुझे भरोसा हुआ मैं भी जवाब देने लगा और बात करने लगा। फिर दो दिन पहले लड़की ने वीडियो काल किया मैने काल रिसीव किया और हमारी बात हुई। रात के समय घर पर होने की वजह से मै सेंडो बनियान में था। कुछ देर बात हुई जिसके बाद फोन रख दिया।”
… अगले दिन जब मैं सुबह उठा और मोबाईल देखा तो मेरे मोबाईल में एक वीडिया था। जिसमें मैं आपत्तिजनक (नग्न) स्थिति में दिख रहा था। जबकी मैं उस लड़की से कभी नहीं मिला था। लेकिन वो वीडियो देखने में बिलकुल असली लग रहा था। मेरे रोंगटे खड़े हो गए। वीडियो मेरे परिजनों तक भेजने और समाज में वायरल करने की धमकी मुझे दी गई और पैसे की मांग की। लोग मुझ पर भरोसा करेंगे की नहीं, इस डर से मैने कुछ पैसे यूपीआई के जरिये दे दिया।
.. फिर जुमे के दिन एक दूसरा कॉल मेरे पास आया कि जो खुद को दिल्ली का डीएसपी बता रहा था। उसने कहा मेरे खिलाफ शिकायत आई है। तुम्हारा अरेस्ट वारेंट जारी होने वाला है। उसकी धमकी के बाद एक तीसरे का फोन आया, जो खुद को पत्रकार बता रहा था। उसने कहा, अगर अरेस्ट वारंट रुकवाना चाहते हो तो पैसे ट्रांसफर करो, मामला खत्म हो जाएगा। मेरी आंखों के आगे अंधेरा था, मौत के सिवा कुछ नहीं दिख रहा था।
मेरी अम्मी की दुआ है कि मुझे सही समय पर सही रहनुमाई मिल गई। वर्ना मेरा घर और जिंदगी बर्बाद हो चुकी थी।
हनुमानताल पहुंची शिकायत…….
पीड़ित ने एडवोकेट फिरोज अंसारी के साथ जाकर हनुमानताल थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। कब, किस नम्बर से क्या काल आया, किस नम्बर पर उसने पैसे मांगे आदि की पूरी जानकारी और स्क्रीन शॉट पुलिस थाने में जमा किये गये हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
मुस्लिम इलाकों में बढ़ रहे मामले….
जबलपुर के मुस्लिम इलाकों में युवाओं को निशाना बनाने का एक खास तरह का स्कैम चल रहा है। जिसे मॉडर्न भाषा में हनी ट्रैप स्कैम भी कहते हैं। इस स्कैम की शुरुआत सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती करके होती है। फिर उसके बाद धीरे धीरे खेल शुरु होता है। फोन पर उकसाकर बात करना और उसे रिकार्ड कर लेना या फिर वीडियो कालिंग में नंगे वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाना।
वीडियो आयोडियो वायरल करने, फर्जी रेप केस से लेकर लव जिहाद जैसे मामले में फंसाने तक की धमकी देकर वसूली करने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं कुछ मामलों में ब्लैकमेल करके अपराध की दुनिया में ढकेले जाने की भी जानकारियां भी आई हैं।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के युवकों को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि जवानी की एक ज़जबाती नादानी उनके और उनके परिवार को हमेशा के लिये बर्बाद कर सकती है।
हनी ट्रैप से कैसे बचें
हया और पाकीजगी का ख्याल रखें…..
पहली और बुनियादी बात यह है कि हया पकीजगी का ख्याल रखें। सोशल मीडिया पर अंजान लड़कियों या लड़कों से दूर रहे हैं। कभी भी किसी के साथ निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर न करें। दूसरी बात यह है किसी भी हाल में किसी से भी कभी मोबाईल पर किसी भी तरह कि ऐसी बात या वीडियो काल न करें। जिसको यदि किसी और दिखाया जाए तो आपको शर्मिंदगी महसूस हो। साफ अलफाज में अगर कहूं तो सेक्स चैट और नंगी वीडियो कॉल, खुदा के वासते कभी न करें।
फंस जाएँ तो क्या करें
तीसरी बात यदि लापरवाही, ज़जबात या भरोसे के चलते आप फंस गये हैं। तो क्या करना है। पहली बुनियादी बात यह याद रखिये की यदि अगर आपको भरोसे में लेकर नंगा वीडियो बना है। तो क्राईम आपने नहीं किया है क्राईम आपके साथ हुआ है। इसलिये पुलिस केस की किसी धमकी से न डरें। भारतीय संविधान और कानून पर भरोसा रखें। अगर अपने गलती नही की है तो आपके साथ कुछ नहीं होगा। एक उसूल याद रखें, ब्लैक मेल नहीं होना है। भले ही उसके पास आपका कोई ऑडियो वीडियो हो। आप जैसे जैसे ब्लैकमेल होते जाएंगे, आप फंसते चले जाएंगे।
ब्लैक मेल नहीं होना है
अगर किसी वजह से इस तरह के किसी स्कैम में फंस चुके हैं। पहला काम आपको यह करना है कि अपने परिवार के किसी समझदार सदस्य को पूरी बात समझाएं। फिर उनको साथ लेकर समाज में किसी जनप्रतिनिधी, भरोसेमंद वकील आदि से सम्पर्क करें। और संबंधित थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराएं। फिर पुलिस और परिवार के मार्गदर्शन में आगे चलें। सबकुछ ठीक होगा।
हमेशा याद रखें
ब्लैकमेलिंग से जुड़े स्कैम में अपराधी का हत्यार सिर्फ सामने वाले का इज्जत जाने या झूठे केस में फंसने का डर होता है।
इसलिये डरना नहीं है, ब्लैकमेल नहीं होना है।