मदरसा बोर्ड ने नहीं घोषित किए रिजल्ट, कॉलेजो में दाखिला नहीं पाएंगे छात्र
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड
UP Madarsa board result kab | उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अक्सर मदरसों को लेकर सुर्खियों में रहती है। योगी सरकार उत्तर प्रदेश के मदरसों को आधुनिक बनाने के दावे करती रही है, लेकिन मौजूदा मदरसा बोर्ड प्रशासन अक्षम और लापरवाह है, इसका अंदाजा मदरसा बोर्ड परीक्षा के नतीजों से लगाया जा सकता है जो अब तक जारी नहीं किया गया है। नतीजे (Result) मार्च महीने में घोषित होने थे, लेकिन एक महीने बाद भी अभी तक कोई खबर नहीं आई है.
नतीजों में देरी के कारण मदरसा बोर्ड के छात्र अब किसी भी यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं ले पाएंगे, सभी विश्वविद्यालयों में दाखले (एडमिशन) की तारीख समाप्त हो चुकी है. इससे पता चलता है कि मदरसा बोर्ड के प्रति सरकार कितनी उदासीन और बेपरवाह है, मदरसों को कोई चिंता नहीं है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड रजिस्ट्रार डॉ. प्रियंका अवस्थी ने कहा कि मदरसा बोर्ड परीक्षा परिणाम आने में कुछ समय लग रहा है. परीक्षा परिणाम में किसी प्रकार की अनियमितता न हो इसके लिए योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. हम इस महीने के अंत तक मदरसा बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करेंगे।
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड परीक्षा परिणाम में देरी के कारण लखनऊ विश्वविद्यालय सहित अन्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश की समय सीमा बीत जाने के कारण मदरसा छात्रों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। मदरसा बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी नहीं होने के कारण मदरसा छात्रों ने अभी तक किसी भी विश्वविद्यालय का फॉर्म नहीं भरा है।
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षक संघ की लखनऊ इकाई के अध्यक्ष मौलाना जमील निज़ामी ने कहा कि सभी बोर्ड के परीक्षा परिणाम आ गये हैं. मदरसा बोर्ड का रिजल्ट घोषित नहीं होने से छात्रों में निराशा का माहौल है. राज्य सरकार का दावा है कि वह मदरसा छात्रों को आधुनिक शिक्षा मुहैया कराना चाहती है. हालाँकि, मदरसा बोर्ड के नतीजे समय पर जारी नहीं होते हैं।
मौलाना निज़ामी ने कहा कि फिलहाल मदरसा छात्रों के बारे में कोई नहीं सोच रहा है. परीक्षा परिणाम में देरी के बाद मेरिट के आधार पर प्रवेश लेने वाले कॉलेजों में छात्रों के लिए न तो कोई मंत्री और न ही कोई सामाजिक कार्यकर्ता ही सहारा बनेगा.
बता दें कि उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के तहत यह परीक्षा फरवरी महीने में आयोजित की गई थी और इसमें 1 लाख 18 हजार छात्रों ने भाग लिया था. इसके बाद अप्रैल महीने तक मदरसा बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित होने थे, जिसमें एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है.