
जबलपुर। बरसात के दिनों में शहर में जगह-जगह पानी भरने की समस्या अब इतिहास बनने वाली है। भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने जबलपुर को 222 करोड़ रुपये की बड़ी सौगात दी है। इस राशि से आने वाले डेढ़ साल में पूरे शहर में बाढ़ नियंत्रण और जलभराव रोकथाम से जुड़े बड़े काम कराए जाएंगे।
महापौर जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’ और निगमायुक्त प्रीति यादव ने बताया कि यह मंजूरी उनके लगातार प्रयास और केंद्र सरकार से हुई सार्थक पहल का नतीजा है। उन्होंने कहा कि 18 माह के भीतर जबलपुर को जलप्लावन से स्थायी मुक्ति दिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
क्या-क्या होंगे काम
- बरसाती पानी निकालने के लिए शहर का 3डी एलिवेशन मॉडल और 50 साल का बारिश का डेटा खंगाला जाएगा।
- तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कर उनकी जल संग्रहण क्षमता बढ़ाई जाएगी।
- रेन वाटर हार्वेस्टिंग, पारगम्य पेवर और स्पंज जोन विकसित होंगे।
- सभी बड़े नाले और उनसे जुड़े छोटे नाले-पुलियों का नवीन निर्माण किया जाएगा।
- लो-लाइन क्षेत्रों में मोबाइल पम्पिंग स्टेशन और कृत्रिम तालाब बनाए जाएंगे।
एसटीपी को मिला 5 स्टार दर्जा, 8 करोड़ का इनाम
इसी बीच जबलपुर को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। ललपुर (34 एमएलडी) और कठौंदा (32 एमएलडी) एसटीपी को केंद्र सरकार के ‘जल ही अमृत सर्वेक्षण 2025’ में 5 स्टार रेटिंग मिली है। इसके आधार पर शहर को 8 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन अनुदान भी मिला है।
अब इन एसटीपी को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा। निगम ने यहां 1.5 मेगावाट सौर पैनल लगाने की योजना बनाई है, जिससे बिजली खर्च में करीब 90 फीसदी तक कमी आ जाएगी।
स्टेडियम मार्केट बदलेगा भव्य रूप में
नगर निगम ने शहर के बाजारों को नया स्वरूप देने की भी तैयारी कर ली है। सबसे पहले स्टेडियम मार्केट का कायाकल्प किया जाएगा। यहां के व्यापारियों ने 20 लाख रुपये जनभागीदारी के रूप में निगम को दिए हैं।
अब इस मार्केट में –
- सभी दुकानों के नाम हिन्दी भाषा में एकरूपता से लिखे जाएंगे।
- नये डिजाइन और व्यवस्थाओं से बाजार को दिव्य और भव्य स्वरूप मिलेगा।
📌 मुख्य बातें संक्षेप में
- एनडीएमए से जबलपुर को 222 करोड़ रुपये।
- 18 माह में जलभराव की समस्या से स्थायी मुक्ति।
- ललपुर और कठौंदा एसटीपी को 5 स्टार रेटिंग, 8 करोड़ का इनाम।
- स्टेडियम मार्केट को मिलेगा नया और आकर्षक रूप।