Advertisement
DuniaNewsमिडिल ईस्ट
Trending

हिजबुल्लाह को हिलाने में नाकाम इजराइल ने घुटनों पर आकर किया सीज़फायर, जल्द ग़ज़ा से आएगी खुशखबरी

इस शर्त के साथ कि, इज़राइल ‘दक्षिणी लेबनान की एक एक इंच ज़मीन भी खाली करेगा, और लेबनान की सीमा के 5 किलोमीटर रेंज में एक भी इज़राइली सैनिक नहीं होगा’। हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच एक साल से जारी जंग के बाद सीज़फायर हो गया है। सीज़फायर का एलान अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लाइव टेलीविज़न पर स्वीकार किया कि वह हिज़्बुल्लाह के साथ समझौता कर रहे हैं।

इसी के साथ लेबनान मोर्चे पर जंग बंद हो गई है। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्पष्ट रूप से इज़राइल की लेबनान मोर्चे पर हिज़्बुल्लाह के हाथों हार है।

Baz Media WhatsApp Group Join Now
विज्ञापन

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिज़्बुल्लाह ने इस शर्त पर जंगबंदी स्वीकार की है कि गाज़ा में जंग रुकेगी। दुनिया के तीन देशों के लिखित आश्वासन के तहत, गाज़ा में जंग 14 दिनों के भीतर पूरी तरह से रुक जाएगी और इज़राइली सेना वहां से बाहर चली जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि अब जल्द ही गाज़ा में भी शांति आएगी।

गौरतलब है कि ज़मीनी जंग में हिज़्बुल्लाह हर तरह से हावी था। अंधे हवाई हमलों के बावजूद भी इज़राइल, हिज़्बुल्लाह को खत्म तो दूर, उसे कमजोर भी नहीं कर सका था। जंगबंदी के 24 घंटे पहले ही हिज़्बुल्लाह ने 250 मिसाइल इज़राइल के 4 शहरों पर दागे थे। इस सीज़फायर को हिज़्बुल्लाह की जीत के तौर पर देखा जा रहा है।


इज़राइल और लेबनानी समूह हिज़बुल्ला के बीच संघर्षविराम लागू हो गया है, कुछ घंटों बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि “विनाशकारी” संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक समझौता हुआ है। इस संघर्षविराम का उद्देश्य लगभग 14 महीने से चल रहे सीमा पार संघर्ष को समाप्त करना है, जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं।

विज्ञापन

यह संघर्षविराम बुधवार को स्थानीय समय के अनुसार सुबह 4 बजे (02:00 GMT) लागू हुआ। हालांकि, अब भी यह चिंता जताई जा रही है कि क्या यह समझौता स्थायी रूप से संघर्ष को समाप्त कर सकेगा।

बाइडन ने मंगलवार रात समझौते की घोषणा करते हुए कहा, “लेबनान-इज़राइल सीमा पर लड़ाई समाप्त हो जाएगी… यह शत्रुता का स्थायी रूप से अंत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि “दोनों पक्षों के नागरिक जल्द ही अपनी-अपनी जगहों पर सुरक्षित लौट सकेंगे और अपने घरों, स्कूलों, खेतों, व्यापारों और जीवन को फिर से बना सकेंगे।”

हिज़बुल्ला ने सीधे तौर पर संघर्षविराम वार्ता में भाग नहीं लिया, लेकिन लेबनान के संसदीय अध्यक्ष नबिह बरी ने उनकी ओर से मध्यस्थता की। लेबनान के देखरेख करने वाले प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने बाइडन से कहा कि वह हिज़बुल्ला और इज़राइल के बीच संघर्ष समाप्त करने के समझौते का स्वागत करते हैं।

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी बाइडन को बताया कि उनके सरकार ने संघर्षविराम को मंजूरी दे दी है और वह इस समझौते का पालन करते हुए अपनी सैन्य स्वतंत्रता बनाए रखेंगे।

समझौते के तहत, इज़राइल अगले 60 दिनों में अपने सैनिकों को दक्षिणी लेबनान से “धीरे-धीरे हटाएगा” और लेबनान की सेना और सुरक्षा बल इस क्षेत्र में तैनात होंगे।

अमेरिका और फ्रांस ने भी यह सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त बयान जारी किया कि यह समझौता पूरी तरह से लागू होगा और इस पर अमल किया जाएगा।

यह संघर्ष 8 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था जब लेबनान ने गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में इज़राइल पर हमला किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीमा पार हमले जारी रहे। अब तक लगभग 3,768 लेबनानी मारे गए हैं और 15,699 घायल हुए हैं।

संघर्षविराम के ऐलान से पहले भी इज़राइल ने लेबनान के दक्षिणी उपनगरों में बमबारी जारी रखी थी।

Back to top button

You cannot copy content of this page