बिलासपुर में पांच नौजवान फिलिस्तीन से मिलते-जुलते झंडे लगाने के आरोप में गिरफ्तार
बिलासपुर। बीते 18 महीनों जब-जब संयुक्त राष्ट्र में भारत ने फलस्तीन के बारे में अपने पक्ष रखा है, तो फलस्तीन के पक्ष में ही रखा है. मोदी सरकार संयुक्त राष्ट्र्र संघ में लगातार यह बात कह रही है कि भारत हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ है, साथ ही स्वतंत्र और आजाद फलस्तीन की मांग के साथ है. जिससे एक बाद बिलकुल साफ है कि भारत और फलस्तीन मित्र राष्ट्र्र हैं.
वहीं दूसरी तरफ देश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां मुस्लिम नौजवानों को सिर्फ इसलिये गिरफ्तार किया जा रहा है, की उन्होंने फलस्तीन का झंडा हाथ में लिया या फहराया. वहीं जब देश में इजरायल अमेरिका सहित अन्य मित्र देशों का झंडा लगाना, अपराध नहीं है, फिर फलस्तीन के झंडे को लेकर लगातार नौजवान गिरफतार क्यों हो रहे हैं.
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है.
बिलासपुर में 19 से 24 वर्ष की उम्र के पांच नौजवानों को फिलिस्तीन के झंडे से मिलते-जुलते झंडे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस को इस संबंध में शिकायत मिली थी कि बिलासपुर के खुदीराम बोस चौक के करीब कुछ घरों पर फिलिस्तीनी झंडे लगे हुए हैं। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शेख समीर बकाश (20) फिदेल खान (24) मोहम्मद शोएब (23) शेख अजीम (19) और शेख समीर (22) को गिरफ्तार कर लिया।
पांचों युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197 (2) के तहत मामला दर्ज किया है, जो देश की एकता को खतरे में डालने वाले अपराधों से संबंधित है। दोषी पाए जाने पर इन युवकों को पांच साल तक की जेल हो सकती है।