यूपी-बिहार में बाढ़ जैसे हालात: नदियां उफान पर, अलर्ट जारी
नई दिल्ली — उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण 21 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से काशी और प्रयागराज में सभी घाट पानी में डूब गए हैं। एटा में नहर कटने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। हरदोई में बाढ़ के चलते दर्जनों स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जबकि उन्नाव में गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, जिससे कई मोहल्लों में पानी भर गया है। सड़कों पर नावें चलानी पड़ रही हैं।
बिहार में बाढ़ की स्थिति
बिहार में भी गंगा समेत कई नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण पटना, भागलपुर, मुंगेर और बेगूसराय में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। पटना के एनएच-31 पर रविवार को भी पानी भरा हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है।
राजस्थान में बाढ़ के हालात
राजस्थान के जैसलमेर के सम इलाके में एक महीने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, जहां 350 घर पानी में डूब गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति 25 साल बाद आई है, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
18 राज्यों में मौसम विभाग का अलर्ट
इस बीच, मध्य प्रदेश समेत 18 राज्यों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मानसून की विदाई जल्द ही राजस्थान से शुरू हो सकती है। रविवार को मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में बारिश का अलर्ट है, जिनमें से सात राज्यों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। केरल और तमिलनाडु में उमस भरी गर्मी भी लोगों को परेशान कर सकती है।
निष्कर्ष
यूपी और बिहार में बाढ़ जैसी स्थितियों ने नागरिकों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित किया है। सभी राज्यों को जारी किए गए अलर्ट के मद्देनजर, लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, और राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की जा रही है।