एक कमरे के मकान में पिता ने देखा बेटी को कलेक्टर बनाने का सपना

मां बाप और भाई की सिर्फ एक ख्वाहिश है, फलक खूब पढ़े, खूब तरक्की करे, उनका और समाज का नाम रौशन करे। उनकी आने वाली नस्लों को तालीम याफ्ता करे।
फलक भी अपने मां बाप और भाई की मेहनत जाया नहीं जाने देती। सबका सपना है कि फलक एक दिन कलेक्टर बनें। सबको उम्मीद है कि फलक एक दिन कलेक्टर बनेंगी।
मुश्किल तरीन हालात में भी फलक पढ़ रही है और आगे बढ़ रही है।
अशफाकउल्लाह खां वार्ड में रहने वाले जनाब मोहम्मद सलीम और मोहतरमा रेहाना बानो की बेटी फलक नाज मालपाणी स्कूल की छात्रा हैं।

उन्होंने आठवीं क्लास में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल करके, जहां अपने मां बाप का नाम रौशन किया है। वहीं यह पैगाम पूरे समाज को दिया है कि खराब से खराब हालात भी तालीम से दूर रहने की वजह नहीं बन सके।
पांच साल पहले आया था अटैक..
फलक की अम्मी रेहाना बानों बताती हैं कि, हम सब मिलकर फलक को पढ़ाना चाहते हैं। हमारी बेटी फलक भी खूब मेहनत करती है। हम सबकी दुआ है और कोशिश है कि हमारी फलक खूब पढ़े तरक्की करे।
विज्ञान में दिलचस्पी

फलक नाज ने आठवीं क्लास में 600 में से 459 नम्बर हासिल किये हैं। फलक को साइंस में दिलचस्पी है, जिसमें उन्होंने 82 नम्बर हासिल किये हैं। वहीं गणित में 71, सोशल साइंस में 78, इंग्लिश में 65 और हिन्दी में 81 नम्बर हासिल किये हैं। फलक के साथ सबकी दुआएं हैं। सबको उम्मीद है फलक एक पूरे शहर के लिये मिसाल बनेंगी।