अग्निवीरों को स्थाई नौकरी देगी सरकार, सेना प्रमुखों से मांगा प्लान

नई दिल्ली । केंद्र सरकार अग्निवीरों को सेना में स्थायी नौकरी देने की योजना पर काम कर रही है। इस दिशा में रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों से विस्तृत योजना मांगी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अग्निवीरों को कैसे सेना में स्थाई तौर पर शामिल किया जा सकता है।
रिक्त पदों से मिल सकता है मौका
सूत्रों के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान सेनाओं में नई भर्तियां नहीं होने के कारण तीनों सेनाओं में जवानों के कई पद खाली रह गए थे। इस वजह से अब सरकार के पास उन पदों को भरने का एक सुनहरा मौका है। आने वाले समय में 25 प्रतिशत से अधिक अग्निवीरों को स्थायी तौर पर सेना में शामिल किए जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, अग्निवीर योजना को लेकर विपक्ष ने शुरू से ही सवाल उठाए हैं और सरकार पर इस योजना में सुधार के लिए लगातार दबाव बना हुआ है।
अग्निवीर योजना पर विपक्ष का विरोध
अग्निवीर योजना की शुरुआत से ही विपक्ष इसे लेकर सरकार की आलोचना कर रहा है। उनका तर्क है कि अग्निवीर योजना स्थिर रोजगार और दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान नहीं करती है। इसके बावजूद, सरकार ने इस योजना को लागू किया और अब इस योजना में संशोधन कर अग्निवीरों को स्थायी नौकरी देने पर विचार किया जा रहा है।
तीनों सेनाओं के बीच परामर्श जारी
सरकार ने इस योजना को लेकर सेना के तीनों अंगों—थल सेना, नौसेना और वायुसेना—से परामर्श लेना शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी विकल्पों पर विचार करने को कहा है ताकि योजना को सही ढंग से लागू किया जा सके।
2026 में पहला बैच होगा कार्यमुक्त
यह ध्यान देने योग्य है कि अग्निवीरों का पहला बैच 2026 में कार्यमुक्त होगा। सरकार के पास इस समय तक योजना में आवश्यक बदलाव करने का पर्याप्त समय है, ताकि अग्निवीरों को स्थाई नौकरी देने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू किया जा सके।
रिक्तियों के आधार पर हो सकता है स्थायीकरण
तीनों सेनाओं के आंतरिक परामर्श से यह संकेत मिल रहे हैं कि यदि रिक्तियों के आधार पर अग्निवीरों का स्थायीकरण होता है, तो बड़ी संख्या में अग्निवीर स्थाई रूप से सेना का हिस्सा बन सकते हैं। इस पर विचार करने के बाद सरकार जल्द ही इस संबंध में नीति बना सकती है।
वायुसेना प्रमुख का बयान
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह से जब इस विषय में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “सरकार ने इस विषय पर तीनों सेनाओं से विचार मांगे हैं और हम जल्द ही इस पर अपनी राय सरकार को देंगे।”
अग्निपथ योजना की शुरुआत
2022 में केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत, तीनों सेनाओं में अग्निवीरों की भर्ती चार साल के कार्यकाल के लिए की जाती है। चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर 25 प्रतिशत तक अग्निवीरों को स्थायी तौर पर शामिल किया जा सकता है, जिसके लिए उन्हें एक टेस्ट पास करना होता है।
50 हजार से अधिक अग्निवीर हो चुके हैं भर्ती
अग्निपथ योजना के तहत अब तक तीनों सेनाओं में 50,000 से अधिक अग्निवीरों की भर्ती हो चुकी है। भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है और सेना में रिक्त पदों को भरने की दिशा में यह योजना कारगर साबित हो रही है।
इस बीच, सरकार और सेना के बीच इस मुद्दे पर गहन चर्चा जारी है, ताकि अग्निवीरों को स्थायी नौकरी देने की दिशा में एक ठोस योजना बनाई जा सके।
अग्निवीर स्थाईकरण से जुड़े सवाल और जवाब (FAQ)
1. अग्निवीर योजना क्या है?
अग्निवीर योजना 2022 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी, जिसके तहत सेना में चार साल के लिए युवाओं की भर्ती की जाती है। इस योजना के तहत एक सीमित संख्या में अग्निवीरों को स्थाई नौकरी का मौका मिलता है।
2. अग्निवीरों को स्थायी नौकरी कब दी जाएगी?
अग्निवीरों का पहला बैच 2026 में कार्यमुक्त होगा। सरकार इस पर विचार कर रही है कि 25% से ज्यादा अग्निवीरों को सेना में स्थाई किया जा सकता है।
3. केंद्र सरकार ने अग्निवीरों के स्थाईकरण के लिए क्या योजना बनाई है?
सरकार ने इस बारे में तीनों सेनाओं से विस्तृत योजना मांगी है ताकि अग्निवीरों को स्थाई नौकरी देने का सही तरीका अपनाया जा सके।
4. अग्निवीरों को स्थाई नौकरी कैसे मिलेगी?
अग्निवीरों को स्थाई नौकरी पाने के लिए एक टेस्ट पास करना होगा। इसके आधार पर चयनित अग्निवीरों को सेना में स्थायी रूप से नियुक्त किया जाएगा।
5. कितने अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा?
योजना के अनुसार, अधिकतम 25% अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद स्थाई किया जा सकता है। हालांकि, रिक्त पदों की संख्या के आधार पर यह प्रतिशत बढ़ भी सकता है।
6. अग्निवीर योजना में विपक्ष की क्या राय है?
विपक्ष ने अग्निवीर योजना को लेकर सरकार की आलोचना की है, उनका कहना है कि यह योजना युवाओं को स्थायी रोजगार और सुरक्षा प्रदान नहीं करती है।