‘आरोपी मुसलमान होता तो 06 घंटे में NSA लग जाता’: मतीन अंसारी | इस्तियाक अंसारी ने कहा ‘कार्यवाही में दोहरा मापदंड बर्दाश्त नहीं करेंगे’

वरिष्ठ कांग्रेस नेता मतीन अंसारी ने कहा कि, “जब प्रशासन को किसी मुसलमान पर एनएसए लगाने होता है तो आरोप ढूंढने से लेकर एनएसए लगाकर जेल में भेजने तक की पूरी कार्यवाही 06 घंटे में पूरी हो जाती है। लेकिन जब आरोपी मुसलमान न हो, तब सैंकड़ों लोगों की आंख के सामने हुआ अपराध भी एनएसए के लिये नाकाफी होता है।“
कांग्रेस नेता मतीन अंसारी, पूर्व पार्षद इस्तियाक अंसारी, अस्सू खान, यावर चौधरी, मुख्तार अंसारी दीगर साथियो के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे । यहां उन्होंने 25 अगस्त को जबलपुर सदर की जामा मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर पर हुई भड़काऊ नारेबाजी और गंदी गालियां देने वालों पर एनएसए की मांग करते हुये ज्ञापन सौंपा।

मतीन अंसारी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि, “संस्कारधानी का रिवाज अमन और शांति का रहा है इस तरह की साम्प्रदायिक रैलियां और उसके वायरल वीडियो से पूरी संस्कारधानी की बेइज्ज़ती प्रदेश से लेकर देश तक हो रही है। सदर में किस तरह से सांप्रदायिक माहौल को खुलेआम डीजे और बक्सों पर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में महौल खराब करने की कोशिश की गयी, यह किसी से छिपा नहीं है।”
यहां डॉ. जाकिर हुसैन वार्ड के पूर्व पार्षद इश्तियाक अंसारी ने कहा कि “प्रशासन साम्प्रदायिक घटनाओं में दोहरे मापदंड अपना रहा है। इस बार अगर दोषियों पर सख्त कार्यवाही नहीं हुई और कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति की गई, तो अमन मोहब्बत और भाईचारे में यकीन रखने वाला हर शहरवासी सड़क पर उतरने को मजबूर होगा।”

पूर्व पार्षद इश्तियाक अंसारी ने आगे कहा कि, “सभी समाज हमारे देश में बराबरी का दर्जा रखते हैं इस तरह से किसी समाज विशेष पर सांप्रदायिक टिप्पणियां, खुलेआम सांप्रदायिक गाली देना शहर की अम्नोअमान की फिजा को खराब करना एक गंभीर अपराध है। इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जो की उदाहरण बने कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो।”