
जबलपुर, (बाज़ मीडिया)। पश्चिमी विक्षोभ का असर धीरे-धीरे खत्म होने की ओर है, लेकिन इसके कारण जबलपुर के आसमान पर फिलहाल बादलों की आवाजाही जारी है। लगातार बने बादलों ने दिन के तापमान को थोड़ा नियंत्रित किया है, हालांकि रात में अब भी अपेक्षित ठंडक नहीं उतर सकी है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 3 नवम्बर के बाद जब बादल पूरी तरह छंट जाएंगे, तब शहर में ठंडक का असर तेज़ी से महसूस होने लगेगा।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के प्रवक्ता के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले कुछ दिनों से वातावरण में आर्द्रता और तापमान दोनों स्थिर बने हुए हैं। दिन में हल्की गर्मी बनी रहती है, लेकिन रात में ठंडी हवाओं का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है।
🌦️ मौसम का वर्तमान हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान शहर का अधिकतम तापमान 29.08 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया — जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है।
हवा में नमी प्रातःकाल 95% और सायंकाल 76% रही।
हवाएँ उत्तर-पूर्वी दिशा से औसतन 3–4 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों तक मौसम शुष्क रहेगा और दिन में हल्की धूप देखने को मिल सकती है।
🌤️ 3 नवम्बर से मौसम में बदलाव की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 3 नवम्बर के बाद आसमान से बादल पूरी तरह छंट जाएंगे।
इसके साथ ही उत्तर दिशा से ठंडी हवाओं का प्रवाह शुरू होगा, जिससे रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के कमज़ोर पड़ते ही जबलपुर में सर्दी का असली आग़ाज़ हो सकता है।
🧣 तापमान में अंतर से बनेगा ठंड का असर
पिछले वर्ष इसी अवधि में जबलपुर का अधिकतम तापमान 35.06 डिग्री और न्यूनतम 17.8 डिग्री रहा था।
इस बार लगातार बादलों के कारण दिन-रात का तापमान अंतर घट गया है, जिससे ठंडक का अहसास अभी कम है।
जैसे ही आसमान साफ होगा, यह अंतर बढ़ेगा और सुबह-शाम की सर्द हवाएँ ठिठुरन का एहसास कराएँगी।
🌾 कृषि और जनजीवन पर असर
मौसम विभाग का कहना है कि अभी शुष्क मौसम बना रहने से कृषि कार्यों में बाधा नहीं होगी, लेकिन तापमान गिरने के साथ ही रबी फसलों के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनेंगी।
वहीं आम जनजीवन में लोग अब गरम कपड़ों की तैयारी शुरू कर सकते हैं।



