जबलपुर में डिजिटल स्कैम की एक और हैरान करने वाली घटना सामने आई है। इस बार गोरखपुर के 70 वर्षीय बुजुर्ग मसूद हुसैन खान डिजिटल ठगी का शिकार हुए हैं। डिजिटल फ्रॉड से जुड़ा यह मामला लगातार समाज में जागरूकता की जरूरत को सामने ला रहा है। ठगों के जाल में फंस कर मसूद ने 30 दिन में 29 अकाउंट में 53 लाख रुपये ट्रांस्फर कर दिये ।
मसूद हुसैन खान के साथ हुई इस घातक ठगी ने यह साबित कर दिया कि डिजिटल दुनिया में धोखेबाज किस तरह से लोगों को शिकार बनाते हैं। यहां उनकी बेगम ने उनकी बिगड़ती मानिसक सेहत अंदाजा लगाया, पूरी बात जानी और उन्हें लेकर पुलिस थाने पहुंचीं. तब यह ठगी रुकी है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
कैसे हुई ठगी की शुरुआत?
क्राइम ब्रांच थाने से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मसूद हुसैन खान फेसबुक पर एक मैरिज ब्यूरो के विज्ञापन के माध्यम से एक युवती से संपर्क करते हैं। युवती ने खुद को सोनम यादव बताते हुए कहा कि वह लंदन में रहने वाली है। धीरे-धीरे बातचीत के बाद सोनम ने मसूद को बताया कि वह दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार हो गई है और उन्हें छुड़वाने के लिए पैसों की जरूरत है।
यह दावा सुनकर मसूद ने विश्वास करते हुए 30 दिनों में 29 बैंक खातों में 53 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
ठगी का तरीका और पुलिस जांच
मसूद के आरोप के अनुसार, सोनम और उसके साथी जालसाजों ने उन्हें लगातार धमकियां दीं और मानसिक दबाव के जरिए पैसे की मांग की। यह भी जानकारी सामने आई कि एक और व्यक्ति राहुल नामक व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए मसूद को डराया, यह कहकर कि पैसे नहीं दिए तो उनकी बदनामी हो सकती है।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा के अनुसार यह क्राइम ब्रांच थाने में दर्ज की गई पहली एफआईआर है। मामले की जांच शुरू हो चुकी है और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
डिजिटल स्कैम से बचाव के उपाय
इस घटना ने साबित कर दिया कि डिजिटल फ्रॉड कितना खतरनाक और सामान्य लोगों के लिए चिंता का विषय बन चुका है। ऐसे मामलों से बचने के लिए जबलपुर के लोगों को जागरूक होना बेहद जरूरी है।
डिजिटल ठगी से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
- अनजान लिंक और मैसेज से सावधानी: किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध मैसेज विज्ञापन पर क्लिक न करें।
- बैंक डिटेल्स साझा न करें: अपनी बैंक डिटेल्स, आधार नंबर और अन्य निजी जानकारी किसी के साथ भी साझा न करें।
- संदिग्ध फोन कॉल्स से बचें: यदि किसी कॉल से पैसे की मांग की जा रही है, तो उसकी पूरी जानकारी जांचें।
- पुलिस से शिकायत करें: अगर आपको किसी स्कैम का शिकार होने का संदेह हो तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
- सोशल मीडिया पर सतर्कता: सोशल मीडिया पर किसी भी व्यक्ति से दोस्ती करते समय सतर्क रहें और किसी भी जानकारी को बिना जांच के साझा न करें।
पुलिस प्रशासन की अपील
पुलिस विभाग द्वारा सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे डिजिटल ठगी के मामलों में जागरूकता के साथ-साथ सतर्कता भी बरतें। क्राइम ब्रांच और अन्य एजेंसियां डिजिटल स्कैम के मामलों की जांच में लगी हुई हैं, लेकिन इसमें नागरिकों की भी भूमिका अहम है।
जबलपुर और आसपास के इलाकों में डिजिटल स्कैम जैसे मामलों से बचाव के लिए जागरूक अभियान चलाया जाएगा, ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सके।