उत्तर प्रदेश के संभल में कुछ दिन पहले शाही जामे मस्जिद के सर्वे के दौरान जो हिंसा हुई थी, उसमें पुलिस की गोलीबारी में कई मुस्लिम युवकों की मौत हो गई थी। हिंसा के शिकार लोगों से मिलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने संभल जाने का इरादा किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। आज राहुल और प्रियंका ने दिल्ली में संभल हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की और उनके प्रति अपनी सहानुभूति जताई।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं और कहा है कि संभल में जो कुछ हुआ वह नफरत भरी राजनीति का परिणाम है। कांग्रेस ने अपनी पोस्ट में लिखा, “आज (लोकसभा में) विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस की महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी जी ने संभल के पीड़ितों से मुलाकात की।”
पोस्ट में यह भी लिखा गया, “संभल में जो घटना हुई, वह बीजेपी की नफरत भरी राजनीति का नतीजा है, और यह शांतिपूर्ण समाज के लिए खतरनाक है। हमें मिलकर इस हिंसा और नफरत की मानसिकता को प्रेम और भाईचारे से हराना होगा।” पोस्ट के अंत में यह भी लिखा गया, “हम सभी पीड़ितों के साथ खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेंगे।”
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की संभल हिंसा के पीड़ितों से यह मुलाकात 10 दिसंबर की शाम दिल्ली में 10 जनपथ स्थित उनके आवास पर हुई। दोनों नेताओं ने सभी पीड़ितों की बातें ध्यान से सुनीं और कहा कि वे हमेशा उनकी मदद के लिए खड़े हैं। इस मुलाकात में सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने शाम लगभग साढ़े चार बजे संभल हिंसा में प्रभावित सभी परिवारों के लगभग 11 सदस्य से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान पीड़ितों के परिजनों ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अपनी तकलीफें साझा की।