हनीट्रैप अलर्टः चारखम्बा के बाद चांदनी चौक और ढलगर मोहल्ला में सामने आया नया मामला

एक हफ्ते पहले चारखम्बा क्षेत्र में एक युवक को हनी ट्रैप के जाल में फंसाया गया। शुक्रवार (17 मई 2024) को चांदनी में एक नौजवान हनी ट्रैप का शिकार हुआ। लिस्ट लम्बी है, मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में युवाओं को टारगेट करके हनी ट्रैप के जाल में फंसाया जा रहा है।
इस जाल में पैसा की उगाही से लेकर अपराध की दुनिया में ढकेलने तक के मामले सामने आए हैं।
जबलपुर के मुस्लिम इलाकों में युवाओं को निशाना बनाने का एक खास तरह का स्कैम चल रहा है। जिसे मॉडर्न भाषा में हनी ट्रैप स्कैम भी कहते हैं

इस स्कैम की शुरुआत सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती करके होती है। फिर उसके बाद धीरे धीरे खेल शुरु होता है। फोन पर उकसाकर बात करना और उसे रिकार्ड कर लेना या फिर वीडियो कालिंग में नंगे वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाना।
वीडियो आयोडियो वायरल करने, फर्जी रेप केस से लेकर लव जिहाद जैसे मामले में फंसाने तक की धमकी देकर वसूली करने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं कुछ मामलों में ब्लैकमेल करके अपराध की दुनिया में ढकेले जाने की भी जानकारियां भी आई हैं।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के युवकों को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि जवानी की एक ज़जबाती नादानी उनके और उनके परिवार को हमेशा के लिये बर्बाद कर सकती है।

कैसे होता है खेल……
मुख्य रूप से इस खेल में पूरी गैंग होती है, जिसमें लड़की को सामने किया जाता है। कई बार इस गैंग में फर्जी पत्रकारों से लेकर नेताओं तक के शामिल होने की खबर आई है।
लड़की फेसबुक इंस्टाग्राम के जरिये दोस्ती करती है और फिर आगे का खेल शुरु करती है।
बाकायदा फोन पर बात करके लड़कों को विश्वास में लेती है। जिसके बाद वीडियो कालिंग पर नग्न वीडियो बना लिये जाते हैं। या अशलील आडियो रिकार्डिंग कर ली जाती है। मुझे यह पसंद है, ऐसे बात करो या वो बनकर बात करो के गेम में लड़के को उलझा कर ऐसी बात बोल और करवा ली जाती हैं। जो बाते सामान्य हालात में अपराध समझ में आएं। ऐसे वीडियो और आडियो क्लिप हासिल कर लेने के बाद असल खेल और ब्लेकमेलिंग की शुरुआत होता है।
फिर लड़की पीछे होती है और पूरी गैंग सामने आती है।
आमतौर से पैसों की डिमांड की जाती है। न देने पर बदनाम करने से लेकर रेप आदि केस में फंसाने तक धमकियां होती हैं। वहीं आगे ब्लैकमेलिंग में अन्य तरह के अनैतिक और अपराधिक कार्य करने के लिये मजबूर करने का प्रयास किया जा सकता है।

इसमें दर्दनाक यह है कि …..
देश प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जहां इस तरह के ट्रैप में फंसे लोग अत्महत्या और कई बार सपरिवार आत्म हत्या तक को मजबूर हुये है।
यहां तीन बातों का ध्यान विशेष रूप से रखें
- पहली और बुनियादी बात यह है कि हया पकीजगी का ख्याल रखें। सोशल मीडिया पर अंजान लड़कियों या लड़कों से दूर रहे हैं। कभी भी किसी के साथ निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
- दूसरी बात यह है किसी भी हाल में किसी से भी कभी मोबाईल पर किसी भी तरह कि ऐसी बात या वीडियो काल न करें। जिसको यदि किसी और दिखाया जाए तो आपको शर्मिंदगी महसूस हो। साफ अलफाज में अगर कहूं तो सेक्स चैट और नंगी वीडियो कॉल, खुदा के वासते कभी न करें।
फंस जाएँ तो क्या करें
तीसरी बात यदि लापरवाही, ज़जबात या भरोसे के चलते आप फंस गये हैं। तो क्या करना है।
पहली बुनियादी बात यह याद रखिये की यदि
- अगर आपको भरोसे में लेकर नंगा वीडियो बना है। तो क्राईम आपने नहीं किया है क्राईम आपके साथ हुआ है।
- इसलिये पुलिस केस की किसी धमकी से न डरें। भारतीय संविधान और कानून पर भरोसा रखें। अगर अपने गलती नही की है तो आपके साथ कुछ नहीं होगा।
एक उसूल याद रखें, ब्लैक मेल नहीं होना है। भले ही उसके पास आपका कोई ऑडियो वीडियो हो। आप जैसे जैसे ब्लैकमेल होते जाएंगे, आप फंसते चले जाएंगे।

ब्लैक मेल नहीं होना है
क्योंकि जिसके पास आपका ऑडियो वीडियो है। वो अपराधी है और छिपा हुआ है। उसके बारे में आप कुछ नहीं जानते।
आप पैसे दे भी देंगे तब या तो वो और पैसे मांगेगा या आगे की डिमांग करेगा..।
आज नहीं तो कल उस वीडियो आडियो को वायरल करेगा। या आपको मानसिक प्रताड़ना में रखेगा।
याद रखिये …
इज्जत जाने के डर से आप अगर ब्लैक मेल होंगे। तो आप अपने आपको और अपने परिवार को और अधिक मुसीबत में डाल देंगे।
इसलिये किसी भी हाल में ब्लैकमेल नहीं होना है।
तो करना क्या है
अगर किसी वजह से इस तरह के किसी स्कैम में फंस चुके हैं।
पहला काम आपको यह करना है कि
अपने परिवार के किसी समझदार सदस्य को पूरी बात समझाएं। फिर उनको साथ लेकर समाज में किसी जनप्रतिनिधी, भरोसेमंद वकील आदि से सम्पर्क करें।
और संबंधित थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराएं।
फिर पुलिस और परिवार के मार्गदर्शन में आगे चलें।
सबकुछ ठीक होगा।
हमेशा याद रखें
ब्लैकमेलिंग से जुड़े स्कैम में अपराधी का हत्यार सिर्फ सामने वाले का इज्जत जाने या झूठे केस में फंसने का डर होता है।
इसलिये डरना नहीं है।
99.99 परसेंट केस में परिवार साथ देता है।
तो कुछ ऐसा हो जाए तो पहले अपने परिवार को पूरी बात बताएं।
परिवार साथ होगा, आपकी हिम्मत दुगनी होगी।
रास्ते खुद ब खुद बनते जाएंगे।
good news
बहुत ही अच्छे टॉपिक मे लिखा है आप ने मे भी बहुत जल्द अपने ब्लॉग में मुस्लिम समाज से जुड़ी हुई सामस्या मे अपने विचार और न्यूज़ अपडेट दूंगा http://www.mpnews18.com