
रविन्द्रनाथ टैगोर वार्ड के अंतर्गत स्मार्ट मीटर लगाने पहुंचे ठेकाकर्मियों को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा, जब क्षेत्रीय जनों ने मीटर लगाने आने वालों से मीटर के ठीक होने और उनके बिजली विभाग से होने के पहचान पत्र मांगे. क्षेत्रीय जनों का कहना है कि यदि मीटर लगाने वाले बिजली विभाग के कर्मी हैं तो उनके पास आईडी कार्ड होने चाहिये. ऐसे कोई भी खुद को बिजली विभाग का कर्मी बताकर घर में घुसने की कोशिश करेगा तो यह सही नहीं है. इससे सूनी गलियों में अपराध की संभावनाएं बढ़ेंगी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार जुमे के दिन टैगोर वार्ड के नाजिम होटल के पास अचानक मीटर बदलने कुछ लड़के पहुंचे. क्षेत्रीय जनों ने जब सवाल किया तो उन्होंने सीधे प्रशासनिक कार्य में बाधा डालने का अरोप लगाकर कार्यवाही की धमकी दी. जिसपर लोगों ने उनके प्रशासनिक होने का सबूत के तौर आईडी कार्ड मांगा. वहीं स्मार्ट मीटर सही होने का भी सर्टीफिकेट मांगा.

मौके पर कांग्रेस नेता हाजी हामिद मंसूरी अपने साथियों के साथ पहुंचे, पूरी कार्यवाही का विरोध किया. जिसके बाद मीटर लगाए आए, वापस लौटे. उन्होंने क्षेत्रीय लोगों ने स्मार्ट मीटर न लगवाने की अपील की है. वहीं किसी भी तरह की समस्या होने पर उनसे संपर्क करने के लिये कहा है.
हाजी हामिद मंसूरी ने यहां कहा, स्मार्ट मीटर झूठ बोलकर लगाया जा रहा है. गरीबों से कहा जा रहा है की यह निशुल्क है, जबकी करीब 25 हजार रुपये वसूले जाएंगे. वहीं मीटर भी निम्न गुणवत्ता का है, जिससे लोगों के बिल में कई गुना वृध्दि होगी.