
बांग्लादेश क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने देश में आरक्षण के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान अपनी खामोशी पर माफी मांगी है। शाकिब ने कहा है कि वे 21 अक्टूबर को मीरपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने अंतिम टेस्ट मैच में खेलना चाहते हैं, जिसके बाद वह इस प्रारूप से संन्यास लेने की योजना बना रहे हैं।
फेसबुक पर पोस्ट करते हुए, शाकिब ने उन छात्रों को श्रद्धांजलि दी, जिनकी इस आंदोलन में जान गई या जो घायल हुए। उन्होंने कहा, “प्रियजनों को खोने की कमी की कोई भरपाई नहीं कर सकता। मैं अपनी खामोशी के लिए उन लोगों से माफी मांगता हूं जो आहत हुए हैं।”
बांग्लादेश में शाकिब के खिलाफ हत्या का एक मामला भी दर्ज है, और उनकी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि वे सरकार के सामने अपनी चिंताएँ स्पष्ट कर सकें, तो उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जा सकती है।
हाल ही में, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के नए अध्यक्ष फारूक अहमद ने शाकिब के सुरक्षा कवर के अनुरोध को खारिज कर दिया था, यह कहते हुए कि बीसीबी कोई सुरक्षा एजेंसी नहीं है।
शाकिब ने कहा, “मैं बांग्लादेश में अपना अंतिम टेस्ट खेलना चाहता हूं, लेकिन सरकार को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी होगी।”
उनकी इस माफी और सुरक्षा की आवश्यकता के बाद, अब उम्मीद जताई जा रही है कि वह मीरपुर के शेर ए बांग्ला स्टेडियम पर अपना आखिरी टेस्ट खेल सकेंगे।