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आज महाकौशल के हर गोशे में याद किये जा रहे, ‘साबिक मुफ्ती ए आजम मौलाना मेहमूद (रह)’, श्रृध्दांजलि सभा, फातिहा न्याज का अहतिमाम

आज जबलपुर शहर अपने सरपरस्त को याद कर रहा है। आज जबलपुर शहर अमन और इंसानियत के मसीहा को याद कर रहा है। आज जबलपुर साबिक मुफ्ती-ए-आज़म हजरत मौलाना महमूद अहमद कादरी रहमतुल्लाह अलैहे को याद कर रहा है।

बमुताबिक हिजरी इस्लामी कैलेंडर ‘आज ही के दिन सात साल पहले आपने इस दुनिया-ए-फानी को अलविदा कहा था। आज ही के दिन आपकी सरपरस्ती से जबलपुर महरूम हुआ था। आज आपकी पुण्य तिथि है, यौमे विसाल है।’

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आज जबलपुर के राजनीतिक, सामाजिक, और धार्मिक हलकों में आपको याद किया जा रहा है। आपके लिए श्रद्धांजलि सभा से लेकर दुआ-ए-मगफिरत, फातिहा, और न्याज का आयोजन किया जा रहा है।

इस्लाम और इंसानियत के लिये अजीम खिदमात…

मौलाना महमूद अहमद क़ादरी साहब, महमूद-ए-मिल्लत (अलैहिर रहमा) जबलपुर शहर के मशहूर मुफ़्ती, आलिम और समाजसेवी थे, जिनकी शख़्सियत आज भी लोगों के दिलों में जिन्दा है।  जब उन्होंने इस दुनिया-ए-फानी से रुखसत लिया, तो पूरा शहर महसूस कर रहा था कि उनका सायबान अब उनके सिर से उठ गया है। मौलाना साहब का किरदार हर किसी के लिए आदर्श था, और उनकी ख़िदमतें दीन-इस्लाम, क़ौम और इंसानियत के लिए अतुलनीय हैं।

बतौर मुफ़्ती-ए-आज़म मध्यप्रदेश, उन्होंने समाज में एकता और अमन को बढ़ावा दिया, खासकर जब भी सांप्रदायिकता का खतरा हुआ। वे हमेशा हर धर्म और समाज के बीच सामंजस्य बनाए रखते थे। इसके अलावा, वे एक काबिल हकीम भी थे, जो पुराने मर्ज़ और लकवे का इलाज करते थे। मौलाना साहब की दोस्ती सीताराम पाठक के साथ एक मिसाल थी, जो बचपन से लेकर आख़िरी वक़्त तक कायम रही। उनकी अज़ीम शख़्सियत, समाजसेवा और सरपरस्ती की कमी शायद ही कोई पूरी कर पाए। आज भी उनके लाखों अकीदतमंद और चाहने वाले उन्हें याद करते हैं और उनकी यादों में उनका प्यार और सम्मान बना रहता है।

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राज्यसभा सांसद ने किया याद

राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा ने हजरत महमूद-ए-मिल्लत अलैहिर रहमा को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से खिराजे अकीदत पेश की। श्री तन्खा ने लिखा, “मुफ्ती-ए-आज़म मध्य प्रदेश हजरत मौलाना डॉक्टर महमूद अहमद कादरी साहब की आज सातवीं पुण्य तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। जबलपुर की कौमी एकता के लिए आपके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। पांच दशक तक पीड़ित मानवता की सेवा करने वाले मौलाना साहब का हर जाति और धर्म के लोग सम्मान करते थे। इसमें दो राय नहीं कि आप शांति के मसीहा थे।”

नालबंद मोहल्ला में सालाना न्याज

आपकी सालाना न्याज हजरत मौलाना डॉक्टर मुशाहिद रज़ा कादरी बुरहानी साहब मुफ्ती-ए-आज़म म.प्र. की सरपरस्ती में हाजी मक़बूल अहमद रज़वी के निवास स्थान, नालबंद मोहल्ला में रव‎िवार रात 8 बजे होगी। जहां नाअत, मनक़बत शरीफ, फातिहा ख्वानी और सलातो सलाम का आयोजन किया जाएगा, और अंत में तबर्रुक तकसीम किया जाएगा। मशहूद अहमद रज़वी, मसरूर अहमद रज़वी, रिज़वान अहमद, फैज़ान अहमद और अन्य लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत करने की अपील की है।

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बाज़ मीडिया जबलपुर डेस्क 'जबलपुर बाज़' आपको जबलपुर से जुडी हर ज़रूरी खबर पहुँचाने के लिए समर्पित है.
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