
जबलपुर, 25 अक्टूबर 2025। भारत में तेजी से फैल रहे डिजिटल नशे और पोर्नोग्राफी की लत के खिलाफ Students’ Islamic Organisation of India (SIO) ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुहिम शुरू की है। इसी सिलसिले में SIO, मध्य प्रदेश ईस्ट ज़ोन की ओर से जबलपुर में ज़िला कलेक्टर के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में यह कहा गया कि आज का युवा, खासकर मुस्लिम नौजवान, इंटरनेट और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती अश्लीलता और अनैतिक कंटेंट के प्रभाव में आ रहा है। भारत में 15 से 19 वर्ष की उम्र के लगभग 47 प्रतिशत किशोर लड़के पोर्न सामग्री देखते हैं, जो मानसिक, नैतिक और सामाजिक दृष्टि से विनाशकारी स्थिति है।

SIO के राष्ट्रीय सचिव तल्हा मन्नान ने कहा —
“हमारा समाज एक खतरनाक मोड़ पर है। डिजिटल दुनिया ने जहां ज्ञान और अवसर दिए हैं, वहीं युवाओं को अश्लीलता और लत की तरफ धकेल भी रही है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया पर जो कंटेंट दिखाया जा रहा है, उससे हया, शरम और नैतिकता जैसे इस्लामी मूल्यों को गंभीर चोट पहुंच रही है। सरकार को चाहिए कि ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर नियंत्रण के लिए सख्त नीतियां बनाए और युवाओं के लिए डिजिटल डिटॉक्स व काउंसलिंग कैंप्स आयोजित करे।”
ज़ोनल अध्यक्ष सैयद नसीब अली ने कहा —
“अगर समाज ने अब भी हया, संयम और इस्लामी तालीम के मूल्यों को पुनर्जीवित करने की कोशिश नहीं की, तो आने वाली पीढ़ी को बचाना बहुत मुश्किल होगा। यह सिर्फ एक तकनीकी या सामाजिक समस्या नहीं है, बल्कि कौमी तहज़ीब और अख़लाक़ का मसला है।”
SIO ने ज्ञापन में सरकार से मांग की है कि:
- डिजिटल नशे और पोर्नोग्राफी के खिलाफ कड़े कानून बनाए जाएं।
- स्कूलों और कॉलेजों में नैतिक और तालीमी सुधार पर आधारित पाठ्यक्रम शामिल किए जाएं।
- युवाओं में हया, अख़लाक़ और जिम्मेदारी की भावना जगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
यह मुहिम SIO के राष्ट्रव्यापी अभियान “Haya is Life – Meaning | Morality | Tranquility” का हिस्सा है, जो 12 अक्टूबर से 10 नवंबर 2025 तक देशभर में चलाया जा रहा है। इस अभियान का मक़सद मुस्लिम नौजवानों में चरित्र निर्माण, सादगी, संयम और इस्लामी अख़लाक़ की बहाली है।

SIO ने उम्मीद जताई कि सरकार और समाज दोनों मिलकर ऐसी नीतियां बनाएंगे जिससे मुस्लिम नौजवान डिजिटल गंदगी और नैतिक पतन से बच सकें और अपने जीवन में हया, तहज़ीब और जिम्मेदारी की रोशनी फैला सकें।



