वक्फ विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट राज्यसभा में पेश, विपक्ष ने किया जमकर हंगामा…

गुरुवार के दिन राज्यसभा में वक्फ विधेयक पर बनी जेपीसी की रिपोर्ट पेश की गई जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा शुरु हो गया .विपक्षी सासंदो ने इसको फर्जी रिपोर्ट बतातें हुए नारेबाजी शुरु करदी ओर सदन में जमकर हंगामा हुआ। हालंकि गहमागहमी के माहौल के बीच सासंद मेधा कुलकर्णी ने यह रिपोर्ट राज्यसभा में पेश की जिसें ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया गया। बावजूद इसके इस रिपोर्ट को लेकर विपक्षी सासंदो का सड़क से लेकर संसद तक विरोध जारी है। बता दें विपक्षी सासंदों ने रिपोर्ट से डिसेंट नोटस डिलीट करने के आरोप लगाए है।
दरअसल विपक्ष का आरोप है की वक्फ बिल पर अनेक विपक्षी सासंदो ने डिसेंट नोटिस दिए यह सब वह सदस्य थे जो वक्फ बिल पर बनी जेपीसी के सदस्य थे. उनके डिसेंट नोटस निकाल कर रिपोर्ट को पेश किया गया है जो की असवैंधानिक व अलोकतांत्रिक है। जेपीसी की रिपोर्ट को फर्जी बतातें हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे वापस जेपीसी में भेजने की मांग कर डाली साथ ही कहा की ऐसी फर्जी रिपोर्ट को हम नहीं मानते,सदन इसे कभी नही मानेंगा।
वही कांग्रेस के अलावा अन्य विपक्षी दलो के सासंदो ने भी रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए। जेपीसी मे सदस्य रहे आप सासंद संजय सिंह ने भी आरोप लगाते हुए कहा की आप हमारे पक्ष से सहमत या असहमत हो सकते है लेकिन उसको कूड़ेदान में कैसे डाल सकते है।
संजय सिंह ने आगे सरकार की मंशा पर सवाला उठाते हुए कहा की आज आप (सरकार) वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा कर रहे है कल आप गुरुद्वारा, चर्च और मंदिर की संपत्तियों पर कब्जा करेंगे।
राज्यसभा के साथ साथ लोकसभा मे भी इस रिपोर्ट के विरोध के स्वर अभी से गूंजने लगे है जहां सपा ने इसको लेकर विरोध करने का ऐलान कर दिया है तो वही हैदराबद से सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की है साथ ही टीएमसी, सपा समेत अन्य विपक्षी दलों के सासंदो ने भी राज्यसभा में रिपोर्ट का जमकर विरोध किया।
हालंकि विपक्ष के हंगामे व आरोपो पर अपनी बात रखते हुए ससंदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा की रिपोर्ट मे से कुछ भी डिलीट नही किया गया है साथ ही उन्होने कहा की हमारे एक मंत्री ने स्पष्ट भी किया कि चैयरमैन को अधिकार है कि वह भी कुछ डिलीट कर सकता है वही उन्होने विपक्ष के हंगामे पर कहा की कुछ लोग देश को तोड़ने का प्रयास कर रहे है ये तुष्टिकरण की राजनीति है।
वही इस सब पर सभापति जगदीप धनखड़ ने भी अपनी बात रखते हुए कहा की जब भी कोई बड़ा बदलाव होता है तब इस तरह की चीजें होती है। हालंकि देखने होगा की वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पर शुरु हुआ ये घमासान आखिर कहा जा कर रुकता है।