
जबलपुर | 9 अगस्त 2025 | BAZ न्यूज़ रिपोर्ट । हाउसिंग बोर्ड जबलपुर में भ्रष्टाचार की एक और परत सामने आई है। संजीवनी नगर कार्यालय में पदस्थ अधिकारी अमन कोष्ठ को लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है और कई सवाल खड़े हो गए हैं।
📝 मकान नामांतरण के लिए मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता हाकम साहू, जो महाराजपुर क्षेत्र में स्थित अपने मकान का नामांतरण कराना चाहते थे, ने जब प्रक्रिया पूरी करने के लिए आवेदन दिया तो अमन कोष्ठ ने काम के बदले 10 हजार रुपये की मांग कर दी। परेशान होकर हाकम साहू ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी।

🎯 योजनाबद्ध कार्रवाई में रंगेहाथ पकड़ा गया
शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त एसपी अंजूलता पटले के निर्देशन और टीआई जितेंद्र यादव के नेतृत्व में टीम ने जाल बिछाया। बुधवार को जैसे ही अमन कोष्ठ ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे कार्यालय में ही दबोच लिया। आरोपी के पास से पूरी रिश्वत राशि बरामद की गई, और मौके पर ही कानूनी कार्रवाई पूरी की गई।
⚖️ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
अमन कोष्ठ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। लोकायुक्त की इस सख्त कार्रवाई से हाउसिंग बोर्ड के अंदर के सिस्टम पर भी सवाल उठने लगे हैं।
❓ क्या अकेले था अमन कोष्ठ, या है कोई संगठित रिश्वतचक्र?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या अमन कोष्ठ अकेले यह भ्रष्टाचार कर रहा था, या हाउसिंग बोर्ड कार्यालय में कोई बड़ा संगठित भ्रष्टाचार तंत्र कार्यरत है?
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा सकती है।