
कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित जय हिंद यात्रा और विशाल जनसभा 31 मई को जबलपुर में आयोजित होने जा रही है, लेकिन इस आयोजन को लेकर एक बड़ा सवाल अब भी अनुत्तरित है—क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे? कांग्रेस की ओर से अब तक उनके आगमन को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, जिससे कार्यक्रम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है और कार्यकर्ताओं के बीच निराशा का माहौल भी देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह यात्रा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व की रणनीति का हिस्सा है, जिसे देश के पांच प्रमुख शहरों में आयोजित किया जाना है। इन शहरों में मध्य प्रदेश का जबलपुर शामिल किया गया है, जो अपनी ऐतिहासिक और राजनीतिक पहचान के कारण एक प्रमुख स्थल के रूप में चुना गया था। राहुल और प्रियंका गांधी के आगमन की चर्चाओं ने इस आयोजन को विशेष महत्व प्रदान किया था, लेकिन अब अंतिम क्षणों में उनके कार्यक्रम की पुष्टि न होना निराशाजनक संकेत दे रहा है।
तैयारियों में कोई कमी नहीं, पर नेताओं के नाम पर सस्पेंस
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पहले ही जबलपुर पहुंच चुके हैं और लगातार बैठकों व कार्यकर्ताओं से संवाद के जरिए तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। मंगलवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में हुई बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं से आयोजन को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया।
हालांकि जब मीडिया ने राहुल और प्रियंका गांधी के कार्यक्रम को लेकर सवाल किया, तो चौधरी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, तथा राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा जैसे दिग्गज नेताओं के शामिल होने की बात तो कही, लेकिन राहुल और प्रियंका के नाम का कोई उल्लेख नहीं किया। यह चुप्पी अपने आप में कई सवाल खड़े कर रही है।
कार्यकर्ताओं में उत्साह, पर शीर्ष नेतृत्व की कमी खल रही
पूर्व विधायक विनय सक्सेना के आवास पर भी हुई एक बड़ी बैठक में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति देखने लायक थी। लेकिन यहां भी जिन नेताओं का उल्लेख हुआ, उनमें राहुल और प्रियंका गांधी के नाम नदारद थे। सह प्रभारी सुखदेव पांसे भी प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी के साथ सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब केवल दो दिन का समय बचा है और ऐसे में शीर्ष नेतृत्व के कार्यक्रम की पुष्टि नहीं होना कार्यक्रम के प्रभाव को कम कर सकता है। हालांकि, कांग्रेसजन अभी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि अंतिम समय पर कोई घोषणा हो सकती है।
डिंडोरी और कटनी का दौरा, पर जबलपुर में सबसे बड़ी परीक्षा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी जबलपुर के बाद डिंडोरी का दौरा करेंगे, जबकि मंगलवार को वे कटनी प्रवास पर थे। इन दौरों का उद्देश्य संगठन को सक्रिय करना और “जय हिंद यात्रा” को जन-जन तक पहुंचाना है। जबलपुर में आयोजित होने वाली सभा गोल बाजार में होगी, जहां बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि प्रदेश नेतृत्व की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि आयोजन में कोई कमी न रहे, लेकिन अगर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होते हैं, तो निश्चित रूप से इसका राजनीतिक संदेश कमजोर पड़ सकता है।